पुस्तक विक्रेताओं से साँठगाँठ कर निजी स्कूल बच्चों पर किताबें खरीदने के लिए बना रहे दबाव

पुस्तक विक्रेताओं से साँठगाँठ कर निजी स्कूल बच्चों पर किताबें खरीदने के लिए बना रहे दबाव

Bhaskar Hindi
Update: 2020-04-04 09:19 GMT
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डिजिटल डेस्क जबलपुर । पूरे देश में चल रहे लॉक डाउन के दौरान शहर के कुछ निजी स्कूल पुस्तक विक्रेता से साँठगाँठ कर बच्चों पर पुस्तकें खरीदने के लिए दवाब बना रहे हैं। एक पुस्तक विक्रेता द्वारा बाकायदा बच्चों को मैसेज भेजकर पुस्तकों की होम डिलीवरी करने के लिए कहा जा रहा है। इसकी वजह से अभिभावक परेशान हो रहे है। चौंकाने वाली बात यह है कि पुस्तक विक्रेता और निजी स्कूलों की साँठगाँठ पर प्रशासन ने भी चुप्पी साध रखी है। 
लॉक डाउन के दौरान कुछ निजी स्कूलों ने बच्चों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की है। ऑनलाइन पढ़ाई के लिए स्कूलों की ओर से एप तैयार किया गया है। एप के जरिए बच्चों को पुस्तकों की सूची देकर पुस्तकें खरीदने के लिए कहा गया है। पढ़ाई के दौरान बच्चों को ऐसा होमवर्क दिया रहा है, ताकि बच्चों को पुस्तकों की आवश्यकता पड़े। बच्चों से कहा जा रहा है कि यदि उन्होंने होमवर्क नहीं किया तो उनका कोर्स पिछड़ जाएगा। बच्चे व्हाट्सएप ग्रुप में एक-दूसरे से बातचीत करने बाद अभिभावकों को पुस्तकें खरीदने के लिए परेशान कर रहे हैं। इसके बाद अभिभावक उन पुस्तक विक्रेताओं को फोन कर रहे है, जिनके पास से वे लंबे समय से पुस्तकें खरीद रहे हैं। पुस्तक विक्रेताओं का कहना है कि लॉक डाउन की वजह से उनकी दुकानें बंद हैं, ऐसी स्थिति में वे लॉक डाउन के बाद ही पुस्तक उपलब्ध करा पाएँगे। 

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