रामदास आठवले की नई पार्टी नहीं कर सकेगी ‘रिपाई’ शब्द का इस्तेमाल

रामदास आठवले की नई पार्टी नहीं कर सकेगी ‘रिपाई’ शब्द का इस्तेमाल

Anita Peddulwar
Update: 2020-03-02 08:23 GMT
रामदास आठवले की नई पार्टी नहीं कर सकेगी ‘रिपाई’ शब्द का इस्तेमाल

डिजिटल डेस्क,  नागपुर। रिपाई (ए) पार्टी में फूट पड़ने के बाद केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) द्वारा गठित की नई पार्टी ‘रिपाई’ शब्द का इस्तेमाल नहीं कर सकती है। 2014 में कानूनी तरीके से हुए निर्णय के बाद कोई भी पार्टी इस शब्द का इस्तेमाल नहीं करती है। लेकिन, आठवले द्वारा इसका इस्तेमाल किए जाने से इस बाबत चुनाव आयोग के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है, यह जानकारी रिपाई (ए) के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. मोहनलाल पाटील ने दी। एक समय पाटील के पार्टी के अध्यक्ष थे। चुनाव आयोग अनुसार, इस पार्टी के सर्वाधिक अधिकार पाटील के पास  होने से आठवले को नई पार्टी बनानी पड़ी। इसके बाद वे ‘रिपाई’ शब्द का इस तरह प्रयोग करने लगे, लिहाजा अब कानूनन उन पर बंदी लगाने की मांग पाटील ने की है।  

पार्टी उनके मत का समर्थन नहीं करती
रविभवन में बातचीत करते हुए डॉ. पाटील ने कहा कि आठवले पुराने मित्र हैं। भाजपा को समर्थन देने के बाद बदलते राजनीतिक परिस्थिति अनुसार पार्टी की भी भूमिका बदल गई है। फिर भी आठवले भाजपा के समर्थन में सार्वजनिक तौर पर बयान दे रहे हैं। इस कारण उनके इस मत का पार्टी समर्थन नहीं करती है। डॉ. मोहनलाल पाटील ने कहा कि पार्टी का ए.बी. फार्म बांटने का अधिकारी मेरे पास है। मैं पार्टी का पहले अध्यक्ष था। लेकिन आठवले को मैंने ही अध्यक्ष बनाने के लिए पार्टी के संसदीय मंडल में निर्णय लिया था। पुराने पैंथर होने से मैं उनके साथ था। आज भी मित्रता कायम है, किन्तु कुछ निर्णयों पर मतभेद है। आठवले को भी चुनाव आयोग के पास पार्टी में बदलाव करने का अधिकार नहीं है। इस कारण उन्होंने खुद की नई पार्टी बनाई है। उनकी पार्टी को शुभेच्छा है, लेकिन वे कानून अनुसार हुए बदलाव के तहत रिपाई शब्द का प्रयोग नहीं कर सकते हैं। चुनाव आयोग द्वारा उन्हें स्पष्ट बताने की जरूरत है। यही कारण है कि  चुनाव आयोग के विरुद्ध ही हम न्यायालय में गए हैं। 

नागपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन जल्द
 मोहनलाल पाटील ने बताया कि आठवले ने पद संभाला। मैंने पार्टी के संगठन की जिम्मेदारी ली थी। आज देश में 27 राज्य में रिपाई (ए) पार्टी है। अब पार्टी को स्थायी चुनाव चिह्न कैसे मिल सकता है, इस पर जोर है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक निकालजे ने नए जोश वाले युवाओं को एकत्रित कर पार्टी बढ़ाने के िलए प्रयास शुरू किया है। पार्टी का जल्द नागपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन होगा, यह बताते हुए पाटील ने पार्टी की नई रचना करने का काम शुरू करने की जानकारी दी। इस अवसर पर रिपाई (ए-आंबेडकर) के शहर अध्यक्ष विनोद थूल, सतीश तांबे, लांजेवार, सोपान बेताल आदि उपस्थित थे। 

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