रामटेक का शिवनी (भोंडकी) गांव वायरल फीवर की चपेट में, 3 दिन में 65 लोग बीमार

रामटेक का शिवनी (भोंडकी) गांव वायरल फीवर की चपेट में, 3 दिन में 65 लोग बीमार

Anita Peddulwar
Update: 2019-09-30 05:06 GMT
रामटेक का शिवनी (भोंडकी) गांव वायरल फीवर की चपेट में, 3 दिन में 65 लोग बीमार

डिजिटल डेस्क, रामटेक। बारिश के दिनों में होने वाली संक्रामक बीमारियां कई बार गंभीर हो जाती है। रामटेक तहसील के शिवनी-भोंडकी गांव में इन दिनों लोग वायरल फीवर से खौफ में हैं। 335 घरों वाले इस गांव की जनसंख्या 1761 है। तीन दिनों के सर्वे में गत शुक्रवार को 23 मरीज, शनिवार को 12 और रविवार को 33 इस प्रकार कुल 65 मरीज पाए गए हैं।  
 

महिला की मौत से लोग दहशत में

दरअसल, कुंदाबाई अरविंद श्रावणकर (38) की तबीयत गत रविवार को खराब हुई। पड़ोसी तथा सामाजिक कार्यकर्ता जीवन सुरक्षा प्रकल्प के कृष्णा पाटील तथा परिजनों ने उसे गत 22 सितंबर की रात 9 बजे रामटेक स्थित एक निजी  अस्पताल में भर्ती किया। तबीयत अधिक खराब होने पर भंडारा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। इस बीच प्रहार के सामाजिक कार्यकर्ता श्रीकांत बावनकुले ने  महिला को मेडिकल अस्पताल, नागपुर के अतिदक्षता विभाग में भर्ती करवाया। उपचार शुरू हुआ। वैद्यकीय अधिकारी ने प्रथमदर्शनी निमोनिया होने की बात कही। दो दिन उपचार के बाद 26 सितंबर की रात कुंदा ने दम तोड़ दिया। वह खेत मजदूरी करने वाले अपने पति के साथ काम करती थी। उसके पीछे परिवार में अब तीन लड़कियां, एक लड़का तथा  सास-ससुर हैं। 

स्वाइन फ्लू की भी चर्चा

इसी दौरान गांव में वायरल फीवर और स्वाइन फ्लू की चर्चा तेज हो गई। हालांकि मेडिकल, नागपुर के डाक्टरों ने निमोनिया से मृत्यु होने की बात कही, तो चर्चाएं खारिज हो गईं। मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देते हुए तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डा. चेतन नाईकवार ने बताया कि महिला की मौत मल्टीआॅर्गन फेल्योर से हुई है। 

स्वास्थ्य सर्वे शुरू

सोशल मीडिया पर भी इस गांव में दहशत की खबर वायरल हुई। प्राथमिक स्वास्थ केंद्र के अधिकारी, कर्मचारियों ने आनन-फानन में शुक्रवार की रात से घर-घर जाकर स्वास्थ्य सर्वे शुरू किया। शनिवार की शाम पंचायत समिति, रामटेक के पूर्व उपसभापति उदयसिंह यादव ने कार्यकर्ताओं के साथ शिवनी भोंडकी को भेंट दी। 

7 दिन तक होगा सर्वे

तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डा. चेतन नाईकवार ने बताया कि शुक्रवार की रात से ही प्रतिदिन स्वास्थ्य सेवक-सेविकाओं द्वारा घर- घर जाकर सर्वे किया जा रहा है, जो सात दिनों तक चलेगा। सफाई के संबंध में ग्रापं को पत्र दिया है। उपकेंद्र में डा. चंदनखेड़े, डा. मरकाम, डा. मेहरकुले  मरीजों की जांच कर रहे हैं। दो मरीजों के रक्त के नमूने लिए हैं। सभी मरीज सर्दी, खांसी, बुखार व वायरल फीवर से पीड़ित हैं।   डा. नाईकवार, जिला साथ रोग अधिकारी डा. साईंनाथ, जिला विस्तार स्वास्थ्य अधिकारी डा. उमेश निकम ने गांव को भेंट देकर स्थिति का जायजा लिया।

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