यूनिवर्सिटी में शीघ्र होगी कुलसचिव की नियुक्ति

यूनिवर्सिटी में शीघ्र होगी कुलसचिव की नियुक्ति

Anita Peddulwar
Update: 2019-02-22 08:24 GMT
यूनिवर्सिटी में शीघ्र होगी कुलसचिव की नियुक्ति

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी ने अपने यहां कुलसचिव पद पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की है। यूनिवर्सिटी ने इस पद के लिए विज्ञापन जारी कर आवेदन मंगाए हैं। बता दें कि यूनिवर्सिटी में इस पद को लेकर भारी घमासान और खींचतान देखने को मिली। पूर्व कुलसचिव डॉ.पूरणचंद्र मेश्राम ने अपनी सेवानिवृत्ति रोकने के भरसक प्रयास किए, लेकिन हाईकोर्ट में अब भी विचाराधीन याचिका में उस वक्त कोर्ट ने उनकी सेवानिवृत्ति रोकने के आदेश जारी नहीं किए। 30 जून को उनके सेवानिवृत्त होने के बाद अन्य अधिकारियों ने प्रभार सौंपे जाने के लिए खूब प्रयास किए।

अंतत: कुलगुरु डॉ. सिद्धार्थविनायक काणे ने परीक्षा नियंत्रक डॉ.नीरज खटी को पद का प्रभार सौंपा। इससे नाराज उपकुलसचिव डॉ.अनिल हिरेखण ने पहले अनुसुचित जाति जनजाति आयोग की शरण ली, जहां आयोग ने उन्हें प्रभार सौंपने की सिफारिश की। इसके बाद अन्य प्रणित संगठनों ने भी डॉ. हिरेखण काे प्रभार सौंपने का पक्ष लिया, लेकिन कुलगुरु डॉ.काणे ने डॉ. हिरेखण को पद के लिए कम अनुभवी होने की बात कह कर अपना फैसला कायम रखा। अंतत: विवादों को रोकने के लिए इस पद पर स्थाई नियुक्ति करने का निर्णय लिया गया है। अपने विज्ञापन में यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट किया है कि यह प्रक्रिया नागपुर खंडपीठ के आदेश के अधीन रहेगी। ऐसे में अब इस नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर विवि में नए समीकरण और खींचतान उभर सकती है। 

अधिष्ठातों के पद भी भरे जाएंगे 
इस तरह नए विश्वविद्यालय अधिनियम के प्रावधानों के बाद चार फुलटाइम अधिष्ठाताओं के पद यूनिवर्सिटी  में निर्मित हुए हैं। इसमें साइंस एंड टेक्नोलॉजी, कामर्स एंड मैनेजमेंट, ह्यूमेनिटीज और इंटर डिसिप्लिनरी फैकल्टी शामिल हैं। ऐसे में करीब ढाई साल बाद यूनिवर्सिटी में फुलटाइम अधिष्ठाताओं की नियुक्ति होगी। राज्य सरकार ने यूनिवर्सिटी द्वारा प्रस्तुत आकृतिबंद में इन चार पदों को तो मंजूरी दी है, लेकिन दो लेक्चरर पद समर्पित करने को कहा है। यूनिवर्सिटी कुलगुरु डा.काणे के अनुसार यूनिवर्सिटी  ने गणित और गांधी विचाराधारा के दो सरप्लस लेक्चरर पद समर्पित किए हैं। अधिष्ठाता पद की नियुक्ति प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू होगी। 
 

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