सेना के गोदाम से AK-47 रायफल चोरी कर देश के दुश्मनों को बेचते थे

सेना के गोदाम से AK-47 रायफल चोरी कर देश के दुश्मनों को बेचते थे

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-07 11:49 GMT
सेना के गोदाम से AK-47 रायफल चोरी कर देश के दुश्मनों को बेचते थे

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। बिहार के मुंगेर में पकड़ी गई एके-47 गन के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है । अब तक की जांच में पुलिस को पता चला है कि पूरे मामले का मास्टरमाइंड सीओडी से रिटायर्ड आरमोरर पुरुषोत्तम लाल रजक है।  जिसने विगत 6 सालों में अपनी पत्नी बेटे के अलावा सीओडी के सीनियर स्टोर मैनेजर सुरेश ठाकुर के साथ मिल 70 एके-47 गन देश के दुश्मनों को बेजे हैं। एक गन 5 लाख रू. में बेची जाती थी। इस राष्ट्र विरोधी गतिविधि में सीओडी के सिक्योरिटी के साथ डिफेंस के कई अधिकारी कर्मचारी भी निशाने पर हैं।

सूत्रों के अनुसार आर्मी इंटेलिजेंस में 6 से ज्यादा फैक्ट्री कर्मियों को इस मामले में हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। एसपी अमित सेन ने बताया कि पुरुषोत्तम लाल रजक 2008 में सीओडी से आरमोरर के पद से रिटायर हुआ था, इसलिए उसे मिलिट्री गोदाम में रिजेक्ट पड़ी एके-47 गन की जानकारियां थी। पुरुषोत्तम के साथ सीओडी से रिटायर हुए नियाज उल हसन ने उसकी मुलाकात बिहार के मुंगेर के इमरान और शमशेर से कराई थी। नियाज उल हसन ने ही पुरुषोत्तम की दोस्ती सी ओ डी के सीनियर स्टोर मैनेजर सुरेश ठाकुर से कराई थी। सुरेश गोदाम से रिजेक्ट गन और उनके अच्छे पार्ट चुराकर पुरुषोत्तम को देता था और उनकी जगह खराब पार्ट्स वापस लाकर स्टोर में रख देता था। एसपी श्री सिंह के अनुसार पुलिस के साथ सभी सुरक्षा एजेंसियां अन्य आरोपियों की तलाश कर रहे हैं।

कटनी स्टेशन से कराते थे रिजर्वेशन
शैलेंद्र पुरुषोत्तम और चंद्रवती का रिजर्वेशन ई टिकट के जरिए ऐसी 2 बोगी में कराता था। चंद्रवती के बैग में हथियार रखे जाते थे। जबलपुर रेलवे स्टेशन में एक्स रे स्कैनर लगा होने के कारण रिजर्वेशन कटनी स्टेशन से कराया जाता था। विगत 28 अगस्त को भी पुरुषोत्तम तीन एके-47 गन लेकर पत्नी चंद्रवती के साथ मुंगेर के जमालपुर पहुंचा और इमरान को डिलीवरी दी थी, लेकिन 29 अगस्त को लौटते समय पुरुषोत्तम को पता चला कि इमरान पकड़ा गया है।

आतंकी और नक्सली और तक पहुंची एके-47
एसपी ने बताया कि ऐसा अनुमान है कि पुरूषोत्तम और उसके साथियों द्वारा इमरान और शमशेर को जो एके 47 गन बेची गई हैं। वह आतंकी एवं नक्सली तथा अन्य अलगाववादी संगठन तक पहुंचाई गई हैं।

करोड़ों में प्रॉपर्टी
पुरुषोत्तम पंचशील नगर स्थित अपने घर से किराने की दुकान चलाता था। रिटायर होने के बाद उसने बेटी की शादी कर दी थी, लेकिन लालच में आकर गैरकानूनी धंधे की शुरुआत कर दी। बेशुमार दौलत आने के बाद उसने कृष्णा हाइट्स में दो फ्लैट खरीदे। पंचशील नगर में आलीशान मकान बनाया दो दुकानों के अलावा कई बेनामी संपत्ति खरीदने के दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।

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