जबलपुर, मंडला, दमोह, नरसिंहपुर की सड़कें 11.5 से 47 किमी तक खराब
जबलपुर, मंडला, दमोह, नरसिंहपुर की सड़कें 11.5 से 47 किमी तक खराब
हाईकोर्ट में पेश की गई स्टेटस रिपोर्ट, जनवरी में होगी अगली सुनवाई
डिजिटल डेस्क जबलपुर । मप्र हाईकोर्ट में राज्य सरकार की ओर से स्टेटस रिपोर्ट पेश कर बताया गया कि जबलपुर से मंडला, दमोह और नरसिंहपुर की सड़कें 11.5 किमी से 47 किमी तक खराब हैं। एक्टिंग चीफ जस्टिस संजय यादव और जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की डिवीजन बैंच ने स्टेटस रिपोर्ट को रिकॉर्ड पर लेने का निर्देश देते हुए मामले की अगली सुनवाई 18 जनवरी को नियत की है। डिवीजन बैंच ने कोर्ट मित्र को निर्देश दिया है कि स्टेटस रिपोर्ट का परीक्षण कर अगली सुनवाई पर सुझाव पेश करें। राज्य सरकार की ओर से डिवीजन बैंच को बताया गया था कि सरकार प्रदेश की सड़कों के निर्माण और मरम्मत के लिए प्रभावी कदम उठा रही है, सड़कों को चलने योग्य बना दिया गया है।
यह है मामला
दमोह जिले के हटा में रहने वाले संदीप बजाज की ओर से दायर याचिका में कहा गया था कि जबलपुर-दमोह सड़क बदहाल हो चुकी है। 7 अगस्त 2009 को मुंबई की मेसर्स एस्सेल जबलपुर-दमोह टोल रोड लिमिटेड को सड़क का ठेका दिया गया था। कंपनी सड़क निर्माण के बाद टोल टैक्स की वसूली कर रही है, लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं कर रही है। इस मामले में हाईकोर्ट ने पीडब्ल्यूडी के एसई से रिपोर्ट तलब की थी। सड़कों की बदहाल हालत के लिए हाईकोर्ट ने एसई को जमकर फटकार लगाई थी।
कोर्ट मित्र नियुक्त होने के बाद मामले में आई तेजी
मामले की सुनवाई के दौरान 21 सितंबर 2020 को उस समय नया मोड़ आ गया, जब हाईकोर्ट ने अधिवक्ता नरिंदर पाल सिंह
रूपराह को इस मामले में कोर्ट मित्र नियुक्त कर दिया। इसके बाद मामले की सुनवाई में तेजी आ गई। कोर्ट मित्र ने हाईकोर्ट को बताया कि जबलपुर-दमोह के अलावा प्रदेश की अधिकांश सड़कें बदहाल हैं। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से प्रदेश की सभी सड़कों की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने का आदेश दे दिया।
सागर संभाग में सड़कें सबसे ज्यादा खराब
राज्य सरकार की ओर से पेश की गई स्टेटस रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे ज्यादा सड़कें सागर संभाग की खराब हैं। यहाँ पर स्टेट हाईवे 180 किमी और अन्य सड़क 163 किमी खराब है। इसके अलावा जबलपुर-दमोह सड़क का 11.5 किलोमीटर और जबलपुर-मंडला सड़क का 12.5 किलोमीटर का हिस्सा खराब है। इसके अलावा जबलपुर-नरसिंहपुर सड़क का 47 किलोमीटर, करेली-सिंहपुर सड़क का 14.5 किलोमीटर और बुढ़ार-अमरकंटक सड़क का 21 किलोमीटर का हिस्सा खराब है।