गुजरात से 66 लाख लूटकर भागा आरोपी मुंबई से गिरफ्तार, दूसरे मामले में फर्जी पुलिसवाला भी धराया
गुजरात से 66 लाख लूटकर भागा आरोपी मुंबई से गिरफ्तार, दूसरे मामले में फर्जी पुलिसवाला भी धराया
डिजिटल डेस्क, मुंबई। गुजरात से फरार डकैती के आरोपी को मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी मेहसाणा में एक अंगड़िया से 66 लाख रुपए की लूट में शामिल था। आरोपी को आगे की कार्रवाई के लिए गुजरात पुलिस के हवाले कर दिया गया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम प्रवीण उर्फ बंड्या उर्फ राजू सावंत है। पिछले साल 6 दिसंबर को अंगडिया का काम करने वाले विष्णुदास पटेल 66 लाख रूपए किसी को पहुंचाने जा रहे थे। इसी दौरान बिमनगर के पालनपुर में कुछ लोगों ने पिस्तौल की नोक पर उनसे रुपयों से भरा बैग छीन लिया था। मामले में लाघणज पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। अपराध शाखा यूनिट 8 के इंस्पेक्टर अरुण पोखरकर को जानकारी मिली थी कि मामले का फरार आरोपी सावंत अंधेरी के सुभाष नगर में रह रहा है। इसके बाद जाल बिछाकर उसे दबोच लिया गया। पूछताछ में सावंत ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। गुजरात पुलिस से संपर्क कर उसे लूटपाट के फरार आरोपी सावंत की गिरफ्तारी की सूचना दी गई इसके बाद गुजरात पुलिस की एक टीम मुंबई पहुंची। आरोपी को आगे की जांच के लिए गुजरात पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
घर में जबरन घुस कर वसूली के आरोप में नकली पुलिसवाला गिरफ्तार
वहीं खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए घर में घुसकर महिला समेत तीन लोगों से जबरन वसूली करने वाले एक आरोपी को ठाणे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले में आरोपी के दो साथियों की पुलिस को अब भी तलाश है। आरोपियों ने जबरन लड़की के कपड़े उतारकर अर्धनग्न तस्वीरें खींचते हुए उसे वायरल करने की धमकी भी दी थी। मामले में शिकायत दर्ज कराने वाले तुषार कोठारी ने पुलिस को बताया कि वे 30 मार्च को एक दोस्त के साथ काशीमीरा इलाके में रहने वाली महिला मित्र से मिलने उसके घर गए थे। इसी दौरान तीन लोग वहां आए उनमें से दो खुद को पुलिसकर्मी जबकि एक मानवाधिकार कार्यकर्ता बताते हुए जबरन घर में दाखिल हो गए। आरोपी तुषार और उनकी महिला मित्र को जबरन बेडरुम में ले गए और दोनों को कपड़े उतारने को मजबूर किया। इसके बाद आरोपियों ने अपने मोबाइल से उनकी अर्धनग्न तस्वीरें ली और उसे वायरल करने की धमकी देते हुए पैसों की मांग की। पैसे न देने पर आरोपियों ने तीनों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के नाम पर भी डराया। आरोपियों ने दो लाख रुपए की मांग की। इसके बाद उन्होंने तीनों के पास मौजूद 28 हजार रुपए नकद ले लिए जबकि 1 लाख 70 हजार रुपए के चेक देने पर भी मजबूर किया। आरोपियों के जाने के बाद तुषार ने काशीमीरा पुलिस स्टेशन में शिकायत की। पुलिस ने आईपीसी की धारा 384, 385, 170 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ शिवाडी राठौड ने छानबीन के लिए कई टीमें गठित की। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की साथ ही पहले इस तरह के अपराध में लिप्त लोगों के बारे में जानकारी इकठ्ठा की। इसके बाद पुलिस ने राघवेंद्र उर्फ रघू औटगिरी नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि मामले में अयूब खान और प्रेम सिवन नाम के उसके साथी भी शामिल थे। पुलिस दोनों की तलाश में जुटी हुई है।