शमीम कबाड़ी ने कहा- पुलिस परेशान करेगी तो एडीजी के लेनदेन से जुड़ा वीडियो वायरल कर दूंगा

शमीम कबाड़ी ने कहा- पुलिस परेशान करेगी तो एडीजी के लेनदेन से जुड़ा वीडियो वायरल कर दूंगा

Bhaskar Hindi
Update: 2020-10-13 09:00 GMT
शमीम कबाड़ी ने कहा- पुलिस परेशान करेगी तो एडीजी के लेनदेन से जुड़ा वीडियो वायरल कर दूंगा

डिजिटल डेस्क  भोपाल/शहडोल । एडीजी शहडोल जी. जनार्दन और कबाड़ी शमीम के बीच लेन-देन की बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सोमवार को पुलिस मुख्यालय ने इस पूरे मामले की जानकारी तलब कर जांच शुरू कर दी है। वरिष्ठ स्तर पर मामले की जांच की जा रही है। एडीजी ने भी अपना पक्ष वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया है। वहीं, स्क्रैप कारोबारी (कबाड़ी) मो. शमीम ने स्वीकार किया है कि ऑडियो में उसकी और एडीजी की ही आवाज है। शमीम ने कहा है कि ऑडियो में जो भी बातें कही गई हैं, वे एकदम सही हैं। अगर किसी को कोई शंका है तो वह ऑडियो की जांच करवा लें, या उस समय की कॉल डिटेल निकलवा लें, सब कुछ साफ हो जाएगा।
शमीम का कहना है कि ऑडियो तीन महीने पुराना है, उसमें जिस वीडियो की बात हो रही है, वह चार महीने पुराना है। शमीम का कहना है कि उसे पुलिस से कोई शिकायत नहीं हैं, लेकिन यदि उसे तंग किया गया तो वह वीडियो वायरल कर देगा। वीडियो में पूर्व ट्रांसपोर्ट कमिश्नर वी. मधुकुमार की तरह ही नाजायज काम करने वाले लोगों से रिश्वत का धन लेन-देन होते हुए दर्ज है। वहीं आॉडियो वायरल करने वाले स्थानीय पत्रकार का कहना है कि वह रेलवे और एसईसीएल से लोहा, मशीनें और कोयला चोरी में पुलिस की मिलीभगत का खुलासा करना चाहता है, इसलिए उसने ऑडियो वायरल किया है। शेष| पेज 8 पर

ऑडियो वायरल करने वाले स्थानीय पत्रकार महफूज खान से बातचीत
Q. शमीम कबाड़ी और एडीजी की बातचीत का आडियो आपने ही वायरल किया है?
A. जी हां।
Q. कोई वजह?
A. शहडोल में एसईसीएल और रेलवे से लोहा, मशीनें और कोयला की बड़े स्तर पर चोरी होती है। पुलिस इन चोरों से 12 लाख रुपए महीना लेती है, और इन पर कार्रवाई करने के बजाए इनकी मदद करती है। मैं चाहता हूं कि यह सब सामने आए।
Q. आपने इसकी शिकायत क्यों नहीं की?
A. किससे करता, कोई कहां सुनता है। लेकिन अब सब सुनेंगे। डीजीपी ने मुझे इसकी जांच कराने का आश्वासन दिया है। जांच नहीं हुई तो मेरे पास वीडियो भी है, जिसे वायरल कर दूंगा।
Q. लेकिन सोशल मीडिया पर तो आपने आरोप लगाया है कि पुलिस आपको झूठा फंसा सकती है?
A. हां, शहडोल पुलिस तो मुझे गांजा बेचने के आरोप में फंसाने का षडयंत्र रच रही है। लेकिन भोपाल के अधिकारियों पर मुझे भरोसा है। मैं डीजीपी को लिखित शिकायत देने के बाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करूंगा।
डीजीपी विवेक जौहरी से सीधी बात...
Q. पहले एडीजी मधु कुमार, फिर डीजी पुरुषोत्तम शर्मा और अब एडीजी जनार्दन। आखिर पुलिस के आला अधिकारियों के ऑडियो-वीडियो लगातार सामने आ रहे हैं। क्या कहेंगे?
A. सभी की व्यक्तिगत शिकायतें हैं। हर मामले की जांच की जाएगी। 
Q.. ये आईपीएस अधिकारियों की आपसी खींचतान का नतीजा तो नहीं?
A. अधिकारियों में किसी भी प्रकार की आपसी खींचतान नहीं है। सभी के व्यक्तिगत मामले हैं। 
Q. आगे क्या होगा? जांच और एक्शन की दिशा क्या होगी?
A. सभी मामलों में जांच की जाती है। जांच रिपोर्ट पर अंतिम फैसला शासन ही करती है। 
रेलवे लाइन चोरी के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है शमीम कबाड़ी...
शहडोल रेंज के एडीजी जी. जनार्दन को फोन पर धमकाने वाला कबाड़ी मोहम्मद शमीम पहले भी विवादों में रहा है। वर्ष 2017 में जबलपुर जीआरपी ने उसे रेलवे लोहा चोरी प्रकरण में रिमांड पर लिया था। वर्ष 2017 में कटनी-मुडवारा रेल सेक्शन के बीच 1683 मीटर रेलवे लाइन चोरी हो गई थी। इसी मामले में शमीम कबाड़ी का नाम सामने आया था। सागर जिले के बहेरिया थाने में भी शमीम कबाड़ी के खिलाफ वर्ष 2013 और 2015 में चोरी के ट्रक खरीदने का आरोप में केस दर्ज हुए थे। एक अापराधिक प्रवृत्ति के कबाड़ कारोबारी का एडीजी स्तर के पुलिस अफसर को धमकाने वाले लहजे में बात करना अपने आप में कई तरह के सवाल खड़े करता है।
गृहमंत्री ने बुलवाई जानकारी
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शहडोल एडीजी को लेकर जो भी चीजें मीडिया के जरिए सामने आई हैं, उसकी पूरी जानकारी बुलवा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि पुलिस व्यवस्था में कोई खामी है, पुलिस हमेशा चौकस व मुस्तैद रही है। शहडोल के मामले में भी सही स्थिति जल्द सामने आ जाएगी।  

शमीम कबाड़ी से सीधी बात  
Q. वायरल ऑडियों कितना पुराना है?
A.  यह तीन महीने पुराना है।
Q. अब क्यों वायरल किया।
A. हमें वायरल करना होता तो तभी कर देते। जिन्होंने करा है उनसे पूछें।
Q. ऑडियों में किसी वीडियो में लेनदेन की बात हो रही है, वह कब का है?
A. वह उससे भी एक महीने पुराना है। वीडियो हमारे पास है, लेकिन अब बात खत्म हो चुकी है, इसलिए जाने दीजिए इस पर कोई बात नहीं करना है।
Q. यदि आप सही हैं, तो वीडियो क्यों रखा है, शिकायत क्यों नहीं की।
A. हमारा कबाड़ का कारोबार है। यदि पुलिस परेशान करेगी, तो वीडियो भी वायरल करा दूंगा।
Q. एडीजी से फोन पर आप धमकाते हुए बात कर रहे थे, उसके बाद क्या हुआ?
A. होता क्या, हमारी गाड़ी छोड़ दी गई। हमारा एक नंबर का माल था, जिसके सारे कागजात थे।
Q. ऑडियो में किसी अनीस का नाम लिया जा रहा है, वो कौन है?
A. अनीस भी कबाड़ी है। उसी की शिकायत पर हमारी गाड़ी पकड़ी थी।
Q. क्या अनीस से कोई विवाद है?
A. जब से उसने हमारी गाड़ी पकड़वाई है, तभी से विवाद है।
एडीती - जी जनार्दन से सीधी बात  
Q. आपका और शमीम का जो ऑडियो सामने आया है, इस पर क्या कहना है?
A. तीन महीने पहले जुलाई में उमरिया के नौरोजाबाद पुलिस ने कबाड़ी का ट्रक पकड़ा था। वह कबाड़ के ट्रक को ले जा रहा था, जिसमें आरटीओ की अनुमति नहीं थी। उसने गाड़ी छोड़ने के लिए फोन किया था।
Q. एक कबाड़ी आप जैसे एडीजी स्तर के अधिकारी को धमकाता रहा, और आप उसकी बातों का विरोध भी नहीं कर पाए?
A. कबाड़ी के फोन के बाद भी उसका ट्रक नहीं छोड़ा था। उसके खिलाफ 10 हजार रुपए का चालान काटा गया था।
Q. इससे पुलिस की छवि खराब हुई है?
A. ऐसा कुछ नहीं किया है जिससे पुलिस की छवि खराब हो।
Q. इस मामले में पत्रकार महफूज खान ने पुलिस द्वारा प्रताड़ित किए जाने के आरोप लगाए हैं?
A. महफूज खान का आरोप निराधार है। पुलिस उन्हें प्रताड़ित नहीं कर रही।

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