शिवसेना की सावनेर पर नजर, 27 को आ रहे हैं आदित्य ठाकरे

शिवसेना की सावनेर पर नजर, 27 को आ रहे हैं आदित्य ठाकरे

Tejinder Singh
Update: 2019-08-24 09:11 GMT
शिवसेना की सावनेर पर नजर, 27 को आ रहे हैं आदित्य ठाकरे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भाजपा के साथ गठबंधन के तहत शिवसेना जिले में जिन सीटों पर दावा करेगी उनमें सावनेर सीट प्रमुखता से शामिल रह सकती है। इस दिशा में शिवसेना में काम भी चल रहा है। 27 अगस्त को युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे जिले में चुनाव तैयारी का ऐलान करेंगे। इस दौरान उनकी मुख्य सभा सावनेर क्षेत्र में ही रहेगी। उधर भाजपा किसी भी स्थिति में इस सीट को अपने पास रखने का पूरा प्रयास करेगी। गौरतलब है कि 2014 में भाजपा व शिवसेना ने अलग अलग चुनाव लड़ा था। जिले की 12 में से 11 सीटों पर भाजपा जीती थी। सावनेर क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार का नामांकन पत्र रद्द हुआ था। विपरीत स्थिति में भी कांग्रेस उम्मीदवार सुनील केदार ने 84,630 वोट लेकर जीत पायी थी। शिवसेना उम्मीदवार विनोद जीवतोड़े को केदार का करीबी कार्यकर्ता ही कहा जा रहा था, लेकिन जीवतोड़े को भी 75,421 वोट मिले थे। जिला ग्रामीण अर्थात रामटेक लोकसभा क्षेत्र में फिलहाल शिवसेना के ही सांसद हैं।

विधानसभा चुनाव में गठबंधन के तहत रामटेक विधानसभा क्षेत्र में शिवसेना जीतती रही है। लेकिन 2014 में भाजपा जीती । बताया जा रहा है कि रामटेक को लेकर भाजपा किसी भी स्थिति में सीट छोड़ना नहीं चाहती है। ऐसे में सावनेर पर ही चर्चा की जा सकती है। आदित्य ठाकरे का यह पहला बड़ा दौरा होगा। वे हिंगणा मार्ग स्थित प्रियदर्शिनी कॉलेज कैंपस में विद्यार्थियों से संवाद साधेंगे। प्रियदर्शिनी कॉलेज के संचालक दुष्यंत चतुर्वेदी ने कुछ समय पहले शिवसेना में प्रवेश लिया है। पूर्व मंत्री सतीश चतुर्वेदी के पुत्र दुष्यंत के इस शिवसेना में प्रवेश को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लेकिन शिवसेना में प्रवेश के बाद दुष्यंत शहर में अब तक शिवसैनिक के तौर पर पेश नहीं हो पाए हैं। दावा किया जा रहा है कि आदित्य संवाद कार्यक्रम के बाद दुष्यंत के नेतृत्व में क्षेत्रीय स्तर पर शिवसेना सक्रियता दिखाएगी।

27 अगस्त को ही आदित्य सावनेर जाएंगे। वहां रोड शो करने के बाद कलमेश्वर में जनसभा का संबोधित करेंगे। कलमेश्वर भी सावनेर विधानसभा क्षेत्र में ही आता है। कलमेश्वर के बाद आदित्य वर्धा के लिए रवाना हाे जाएंगे। इससे पहले भाजपा ने भी सावनेर में ही अधिक फोकस किया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस महाजनादेश यात्रा लेकर जिले में पहुंचे थे। कलमेश्वर, काटोल व सावनेर में उनकी सभा हुई। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि सावनेर सीट पर एक नेता को शिवसेना की टिकट पर लड़ाने के लिए दलबदल की रणनीति पर निर्णायक काम हो गया है।

कांग्रेस की स्थिति को देखते हुए कुछ नेता शिवसेना में शामिल होकर सत्ता में शामिल होने का सपना तक बुनने लगे हैं। सावनेर सीट पर वंचित बहुजन आघाड़ी ने भी मुख्य फोकस किया है। प्रकाश आंबेडकर ने इस सीट पर उम्मीदवार उतारने के लिए दो से तीन पर कुछ पदाधिकारियों से चर्चा की है। राष्ट्रीय समाज पक्ष के अध्यक्ष व राज्य में मंत्री महादेव जानकर भी दावा करने से नहीं चूक रहे हैं। जानकर ने भाजपा से यह सीट रासप के लिए छोड़ने का निवेदन किया है। सावनेर नगरपरिषद की सत्ता में रासप भाजपा की सहयोगी है। उपाध्यक्ष रासप का है

 

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