लॉक डाउन में फँसा सिपाही कानपुर से चलकर आया
लॉक डाउन में फँसा सिपाही कानपुर से चलकर आया
डिजिटल डेस्क जबलपुर। कोरोना संक्रमण के पहले ओमती थाने में पदस्थ सिपाही आनंद पांडे पारिवारिक कार्यों से कानपुर गया था। उसके बाद कोरोना का प्रभाव बढऩे से लॉक डाउन घोषित कर दिया गया और सिपाही लॉक डाउन में फँस गया था। लॉक डाउन में फँसे सिपाही ने कानपुर से करीब 7 सौ किलोमीटर का सफर पैदल व लिफ्ट लेकर पूरा किया और सुबह जबलपुर पहुँचकर थाने में आमद दी।
सूत्रों के अनुसार सिपाही की पत्नी की तबीयत खराब होने की सूचना पर वह अवकाश लेकर अपने गृह ग्राम कानपुर गया था। वापसी के दौरान अचानक लॉक डाउन घोषित किए जाने के कारण वह फँस गया था। इस परिस्थिति के चलते वह 30 मार्च को कानपुर से पैदल जबलपुर का सफर करने के िलए निकला और कुछ पैदल, कुछ ट्रक व अन्य वाहनोंं से लिफ्ट माँगकर वह किसी तरह सुबह जबलपुर पहुँचा।
सड़क पर घूमता मिला किशोर-- लॉक डाउन के दौरान घमापुर पुलिस को शीतलामाई मंदिर के पास एक 12 वर्षीय बालक सड़क पर घूमता हुआ मिला। पूछताछ में उसने बताया कि वह मैहर से अपनी मौसी के यहाँ आया था और उसकी मौसी कहाँ रहती है उसे नहीं मालूम है। पुलिस ने बालक को अपने संरक्षण में लेकर थाने पहुँचाया और परिजनों को सूचना भेजी गई है। सूत्रों के अनुसार शीतलामाई क्षेत्र में मिले बालक ने अपना नाम दीपक और पिता का नाम सुग्रीव व माँ का नाम बबीता बाल्मीक बताया है। पुलिस ने उससे पूछताछ कर उसके परिजनों को मैहर सूचना भेजी है।