साल भर बाद मिले 1 करोड़ प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में अपडेट होंगी खेल सुविधाएँ

साल भर बाद मिले 1 करोड़ प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में अपडेट होंगी खेल सुविधाएँ

Bhaskar Hindi
Update: 2021-03-10 09:58 GMT
साल भर बाद मिले 1 करोड़ प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में अपडेट होंगी खेल सुविधाएँ

राज्य शिक्षा केन्द्र ने सीधे स्कूलों के खातों में पहुँचाई राशि, खेलों में विद्यार्थियों  को किया जाएगा ट्रेंड
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
साल भर बाद राज्य शिक्षा केन्द्र ने प्राइमरी और मिडिल स्कूलों के खातों में 1 करोड़ 5 लाख 95 हजार की  राशि जारी की है, जो सीधे स्कूलों के खातों में भेजी गई है। इस राशि से स्कूलों में खेलकूद गतिविधियों को अपडेट किया जाएगा,  ताकि आगे चलकर विद्यार्थी विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकें। विद्यार्थियों की रुचि के मुताबिक उन्हें कबड्डी, फुटबॉल, हॉकी, बैडमिंटन, क्रिकेट जैसे खेलों में ट्रेंड किया जाएगा।  प्राथमिक स्कूल के बच्चों को 5 हजार और मिडिल स्कूल के बच्चों के लिए 10 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। देखा जाए तो सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी खेल गतिविधियों में हमेशा से पीछे रहते आए हैं। यही कारण रहा है कि गत कई वर्षों से खेलकूद के लिए फंड जारी करने की माँग शासन से जा रही थी, जिसे शासन ने 23 फरवरी 2021 को जारी कर दिया। वैसे तो यह राशि पिछले शैक्षणिक सत्र 2020-21 की है, जिसे कोरोना के चलते जारी नहीं किया जा सका था। 
ये भी आरोप लगे 
 शिक्षा के गलियारों में ये चर्चा भी जमकर चली कि राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा स्कूलों को जारी की गई 1 करोड़ से अधिक की राशि में घोटाला हुआ है। इसकी जाँच की माँग एनएसयूआई द्वारा करने की बात सामने आई थी, लेकिन जब एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विजय रजक से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने इस तरह की कोई भी माँग उठाने या जाँच हेतु विज्ञप्ति जारी करने की बात से इनकार किया है। इधर शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गत माह 23 फरवरी को ये राशि सीधे स्कूलों के खाते में डाली गई है, जिसे अभी खर्च करना शुरू  भी नहीं किया गया है। इसमें घोटाले जैसी बात हास्यास्पद है। 
इनका कहना है
प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में विद्यार्थियों की रुचि के मुताबिक खेल-कूद की गतिविधियाँ कराई जाएँगी। इसके लिए राज्य शिक्षा केन्द्र ने राशि जारी है। यह राशि गत वर्ष जारी होनी थी, लेकिन कोरोना के चलते स्कूल बंद थे, इसलिए राशि को अभी जारी किया गया है।
 -आरपी चतुर्वेदीडीपीसी राज्य शिक्षा केन्द्र

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