कॉलेजों में यदि कुरान और बाइबल बांटने की अनुमति मांगे तो मैं दे दूंगा - विनोद तावडे
कॉलेजों में यदि कुरान और बाइबल बांटने की अनुमति मांगे तो मैं दे दूंगा - विनोद तावडे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि कॉलेजों में भक्तिवेदांत संस्था द्वारा भगवत गीता बांटी जा रही है सरकार इसे नहीं बांट रही है। संस्था जो काम कर रही है वह अच्छा काम है । यदि इसमें कुछ गलत है तो विपक्ष आकर जवाब दे कि भगवद्गीता गलत है। उन्होंने कहा कि भिवंडी की भक्तिवेदांत संस्था ने कॉलेजों में भगवद्गीता बांटने की अनुमति मुझसे मांगी थी मैंने उन्हें कॉलेजों की सूची दी इसके बाद वह संस्था राज्य के कॉलेजों में भगवत गीता के 18 खंड बांट रही है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है अगर कोई मुझे कॉलेजों में बाइबिल या फिर कुरान बांटने की अनुमति मांगेगा तो मैं उन्हें भी इसकी अनुमति दे दूंगा।
सरकार पर लगाया एजेंडा पूरा न कर पाने का आरोप
भगवत गीता, बाइबल, कुरान धार्मिक ग्रंथ है इसमें कुछ भी गलत नहीं है । उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार इसे बांट नहीं रही है। संस्था भगवद्गीता बांट रही है और जो - जो ग्रंथ बच गए थे। संस्था ने उसे शिक्षण उपसंचालक के कार्यालय में रखा है। वहां से यह ग्रंथ कॉलेजों में भेजे जा रहे हैं । कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थी 18 साल से अधिक वाले ही होते हैं और गलत और सही की पहचान उन्हें होती है ।
कांग्रेस -राकांपा व सपा सामने आकर भगवत गीता में क्या खराबी है यह बताए? इसके पूर्व राकापा नेता जयंत पाटील ने सरकार पर आरोप लगाया था कि सरकार विकास का एजेंडा व जुमलेबाजी कर सत्ता में आई है। 4 साल होने के बावजूद विकास का एजेंडा पूरा नहीं किया जो नाकामी छिपाने के लिए सरकार अब धार्मिक भावना का सहारा ले रही है और इसी के तहत कॉलेजों में धार्मिक ग्रंथ बांटे जा रहे हैं । उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विकास के एजेंडे से भागकर धार्मिक ग्रंथ बांट रही है चुनाव देखकर ही भाजपा ने यह काम शुरू करने का आरोप उन्होंने पाटील ने लगाया।