संघ की प्रार्थना को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने छेड़ा नया विवाद

संघ की प्रार्थना को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने छेड़ा नया विवाद

Anita Peddulwar
Update: 2020-01-13 08:12 GMT
संघ की प्रार्थना को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने छेड़ा नया विवाद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रार्थना को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सचिन सावंत ने नया विवाद छेड़ दिया है। उन्होंने प्रार्थना के शब्दों को असंवैधानिक मानते हुए स्वयंसेवकों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करने काे कहा है। संघ व भाजपा के पदाधिकारियों ने सावंत के मत को प्रचार में रहने का माध्यम मात्र कहा है। 

गौरतलब है कि सावंत ने 9 जनवरी को ट्वीट कर कहा था कि संघ की प्रार्थना में हिंदू राष्ट्र बोला जाता है। भारत को हिंदू राष्ट्र कहनेवाले किरीट सोमैया सहित संघ के स्वयंसेवकाें के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया जाना चाहिए। संघ, नमस्ते सदा वत्सले कहता है यह भी गलत है। इसके अलावा सावंत ने कहा है कि राज्य की पिछली सरकार ने संघ से जुड़ी संस्थाओं को फंडिंग की। भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि कांग्रेस सदैव आरएसएस के िवरोध में रही है। हम जिस राष्ट्र में रहते हैं उसकी सेवा करने का संकल्प लेते हैं। संघ भी राष्ट्रसेवा का संकल्प दिलाता है। इस तरह के संकल्प लेने को असंवैधानिक कहने वालों को अधिक महत्व देने की आवश्यकता नहीं है। प्रचार में बने रहने के लिए इस तरह की बातें की जाने लगी है। 

प्रार्थना असंवैधानिक नहीं
संघ के महानगर संघचालक राजेश लोया ने कहा है कि संघ राष्ट्र के लिए समर्पित संगठन है। हिंदू राष्ट्र की बात काफी समय से कही जा रही है। 1925 में संघ की स्थापना के बाद से प्रार्थना की जाती है। मातृभूमि को पुण्यभूमि मानते हैं। हम माता मानते हैं। माता को वंदन करने में क्या आपत्ति हो सकती है। प्रार्थना असंवैधानिक नहीं है। संघ की प्रार्थना को असंवैधानिक कहनेवाले पहले संविधान को पढ़ेंं। यदि प्रार्थना असंवैधानिक हो तो न्यायालय में जाएं। हमारे देश में सभी के लिए न्याय व्यवस्था है। मातृभूमि को नमन करने को लेकर कोई सवाल उठाए, तो उठाते रहें। ऐसी बातों से क्या फर्क पड़ सकता है।

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