टॉर्च की रोशनी में महिलाओं की नसबंदी - कलेक्टर ने तलब की रिपोर्ट, सीएमएचओ ने दिए जांच के आदेश 

 टॉर्च की रोशनी में महिलाओं की नसबंदी - कलेक्टर ने तलब की रिपोर्ट, सीएमएचओ ने दिए जांच के आदेश 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-01 13:40 GMT
 टॉर्च की रोशनी में महिलाओं की नसबंदी - कलेक्टर ने तलब की रिपोर्ट, सीएमएचओ ने दिए जांच के आदेश 

डिजिटल डेस्क सतना। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिरसिंहपुर में शनिवार को मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में महिलाओं की नसबंदी (एलटीटी ऑपरेशन) करने का सनसनीखेज मामला सामने आने पर कलेक्टर डा.सतेन्द्र सिंह ने जहां जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डा.एके अवधिया से रिपार्ट तलब की है। वहीं सीएमएचओ ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। कलेक्टर ने बताया कि मामले की गंभीरता के मद्दनेजर सीएमएचओ और मेडिकल आफीसर को नोटिस देकर जवाब भी मांगे जाएंगे। 
घोर लापरवाही 
 सीएमचओ ने कहा कि आपरेशन के दौरान सतत बिजली आपूर्ति के लिए कैंप में जनरेटर की व्यवस्था के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने माना कि जनरेटर नहीं होने के कारण ये दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति बनी। विशेषज्ञ चिकित्सकों के मुताबिक एलटीटी ऑपरेशन के दौरान  लेप्रोस्कोप की मदद से रिंग लगाई जाती है। रिंग लग जाने के बाद  लेप्रोस्कोप निकाल कर टांके लगाए जाते हैं। ऐसे बारीक काम मोबाइल की टार्च के सहारे किए जाना हितग्राही के लिए जोखिम पूर्ण भी हो सकता है।  
 कैंप में थीं 37 महिलाएं 
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिरसिंहपुर में शनिवार को आयोजित एलटीटी ऑपरेशन के कैंप में नसंबदी के लिए 37 महिलाएं पहुंची थीं। महिला हितग्राहियों के पहुंचने का सिलसिला दोपहर 12 बजे से शुरु हो गया था लेकिन ऑपरेशन दोपहर 4 बजे से शुरु किए गए। हालांकि कैंप में पहुंचे जिला अस्पताल के सर्जन डा देवेन्द्र सिंह ने बताया कि शाम सवा 6 बजे बिजली महज 5 मिनट के लिए गई थी, इसी बीच मोबाइल की टार्च का उपयोग किया गया। 
बिस्तर तक नहीं 
एलटीटी ऑपरेशन के लिए आयोजित कैंप में अराजकता का हाल तो ये रहा कि  महिलाओं के लिए बिस्तर तक नहीं थे। जमीन में दरी बिछा कर ऑपरेशन किए गए। जब बिस्तर नहीं थे तब कंबलों की व्यवस्था भी बेमानी ही थी। मामला संज्ञान में आने पर सीएमएचओ डा. अवधिया ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए गए हैं। बदइंतजामी के लिए जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। 
इनका कहना है 
 ये घोर लापरवाही है। इस संबंध में सीएमएचओ से रिपोर्ट तबल की गई है। सीएमएचओ और मेडिकल आफीसर को नोटिस देकर जवाब भी मांगे जाएंगे। 
डा.सतेन्द्र सिंह, कलेक्टर 
मामलें की जांच के आदेश दिए गए हैं। आपात स्थिति में सतत बिजली आपूर्ति के लिए जनरेटर का प्रबंध किए जाने के निर्देश दिए गए थे। 
 डा.एके अवधिया, सीएमएचओ 
 

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