रिश्वत मांगने पर होगी कड़ी कार्रवाई, लंबित मामले पहले सुलझेंगे

रिश्वत मांगने पर होगी कड़ी कार्रवाई, लंबित मामले पहले सुलझेंगे

Anita Peddulwar
Update: 2020-02-27 08:41 GMT
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डिजिटल डेस्क,  नागपुर।  केन्द्रीय कार्यालय में किसी भी व्यक्ति से रिश्वत मांगना कर्मचारी-अधिकारियों को भारी पड़ सकता है। ऐसे कर्मचारियों-अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की दिशा में काम करने की इच्छा केन्द्रीय भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के अधीक्षक पी.के.पांडे ने कही। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि नागपुर शहर भ्रष्टाचार मुक्त शहर होगा। रिश्वत मांगेगा  पर कड़ी कार्रवाई होगी।

इसलिए कार्रवाई को लेकर भ्रम 
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों में नियम को लेकर भ्रम है कि मामले में शिकायतकर्ता पर भी कार्रवाई होती है, लेकिन ऐसा नहीं है। किसी भी केन्द्रीय कार्यालय का यदि कोई भी कर्मचारी-अधिकारी किसी भी आम व्यक्ति को  रिश्वत देने के िलए मजबूर कर रहा है तो मामले की शिकायत उक्त व्यक्ति को एसीबी के कार्यालय में करनी होगी। वहीं, दूसरी ओर वह मामले के 15 दिन के अंदर भी कार्यालय में स्वयं आकर शिकायत दर्ज करवा सकता है ऐसी किसी भी स्थिति में उस पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। किन्तु जब शिकायतकर्ता काफी समय बाद अपनी शिकायत दर्ज करवाता है तो उसको लेकर भ्रम पैदा होता है, इस वजह से उसको संदेह की नजर से देखा जा सकता है। वहीं केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के लंबित पड़े मामलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 

पेटीएम केवायसी अपडेट करने के बहाने महिला को ठगा
एक महिला को अज्ञात आरोपी ने फोन कर उसका पेटीएम केवायसी को अपडेट कर देने के बहाने उसे 44 हजार रुपए का चूना लगा दिया। महिला के साथ यह घटना 14 फरवरी को हुई। उन्होंने इस मामले में इमामवाड़ा थाने में शिकायत की थी। मामले की छानबीन के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस द्वारा नागरिकों काे बार-बार हिदायत देने के बाद भी वह ठगी का शिकार हो रहे हैं। अपने बैंक या अन्य दस्तावेज के बारे में किसी भी तरह का फोन काॅल्स आने पर उसकी जानकारी किसी अपरिचित व्यक्ति काे न दें।

 पुलिस सूत्रों के अनुसार  प्लॉट नं. 301, बी-1 विंग, अर्चना कॉम्पलेक्स, उंटखाना रोड, मेडिकल चौक निवासी रुचिरा विनीत कलंबकर (35) के मोबाइल पर एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया। फोन करनेवाले ने रुचिरा कलंबकर से बातचीत करते हुए उनसे कहा कि वह बैंक अधिकारी बोल रहा है। उसने उनके स्टेट बैंक के सेविंग खाते से पेटीएम केवायसी अपडेट करने का झांसा दिया। वह उसके झांसे में आ गई। उस आरोपी ने रुचिरा को केवायसी पासपोर्ट नाम से एक एप भेजकर उन्हें उसे  डाउनलोड करने को कहा। रुचिरा ने उस एप को जैसे डाउनलोड किया। 
 

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