हाऊबाग स्टेशन को हैरिटेज बनाने रेलवे मांगेगा जनता से सुझाव

हाऊबाग स्टेशन को हैरिटेज बनाने रेलवे मांगेगा जनता से सुझाव

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-04 12:47 GMT
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। कैसा हो हाऊबाग रेलवे स्टेशन.. इसे हैरिटेज बनाने ऐसा क्या विकसित करें, जिससे रेलवे की गौरवशाली विरासत को भी सहेज कर रखा जाए और शहर के विकास में भी रेलवे का मॉडल महत्वपूर्ण और उपयोगी साबित हो... कुछ ऐसे ही सुझाव जल्द ही रेल प्रशासन हाऊबाग रेलवे स्टेशन की ऐतिहासिक धरोहर को संजोने शहर की जनता से मांगने जा रहा है। दरअसल 155 साल पुराना हाऊबाग रेलवे स्टेशन बीते समय की यादों को अपने आप में समेटे हुए है, जिसे रेलवे ने दो साल पहले छोटी लाइन की
छुकछुक गाड़ियों के संचालन को बंद करने के साथ वीराने के आगोश में ढकेल दिया था, जो आज उजाड़ हो चुका है और उसकी धरोहरों की परतें समय बीतने के साथ अपनी पहचान खोने लगी हैं। कभी ट्रेनों की आवाजाही और यात्रियों की भीड़ से रौनकदार हाऊबाग रेलवे स्टेशन आज खंडहर में तब्दील हो चुका है, जहां दिन की खामोशी और रात के सन्नाटे में असामाजिक तत्वों का कोहराम मचा रहता है। 

रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार डेढ़ शताब्दी के गवाह 40 एकड़ भूमि पर बने हाऊबाग रेलवे स्टेशन को री-डेवलेप करने के लिए कई बार, कई प्रस्तावों पर चर्चा हुई, कई बार सहमति बनी लेकिन नजीता सिफर ही निकला। बीते दो वर्षों में हाऊबाग रेलवे स्टेशन हर दिन अपनी चमक खोता गया, पुरानी इमारतों का दम निकलने लगा, दीवारें ढहने लगीं, रौनक गुम होती गई, शानदान भवन वीरान और भुतहा हो गया। सबकुछ लुटा देने के बाद रेल प्रशासन जाग रहा है, वो रेलवे के इतिहास की पुरानी धरोहर को सहेजना चाहता है इसलिए शहर के बीचों स्थित हाऊबाग रेलवे स्टेशन को नया रूप, नया आकार और नई पहचान देने के लिए शहवासियों से उनकी राय लेना चाहता है, ताकि शहर के वाशिंदों के दिलों से निकली राय, रेलवे की विरासत ऐसी सहेजी जाए कि उसकी यादें सदियों तक देखने वालों के दिलों में अमिट बनकर रह जाएं।

कई रूपों पर विचार

- रेल म्यूजियम
- रेल स्टेडियम
- जीएम ऑफिस
- वॉशिंग पिट
- लोको यार्ड

इनका कहना है

कॉम्पलैक्स या ऑफिस बनाने को इच्छुक हाऊबाग रेलवे स्टेशन की पुरानी विरासत की यादों को सहेजने के साथ रेलवे नए जमाने के कॉम्पलैक्स या ऑफिस बनाने को इच्छुक है, जिसका फायदा शहर को मिले और शहरवासियों को नई सौगात दी जा सके। जहां तक हैरिटेज ट्रेन चलाने की बात है, उसे यकीनन चलाया जाएगा। ताकि आने वाली पीढिय़ां रेलवे के गौरवशाली धरोहर को देखकर गर्व कर सकें। आने वाले दिनों में हाऊबाग रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण और आधुनिकीकरण के लिए शहरवासियों के सुझाव मंगाए जाएंगे, जिनके आने के बाद सभी की सहमति से हाऊबाग रेलवे स्टेशन को हैरिटेज स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। डॉ. मनोज सिंह, डीआरएम जबलपुर

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