आचार संहिता से अटके ऐवजदार, स्थाई आदेश के लिए करना होगा इंतजार

आचार संहिता से अटके ऐवजदार, स्थाई आदेश के लिए करना होगा इंतजार

Anita Peddulwar
Update: 2019-10-07 08:51 GMT
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डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा सफाई कामगार स्थाई आदेश की आस लिए बरसों से लड़ाई लड़ रहे हैं। चुनाव के मुहाने पर उनका सपना पूरा करने की घोषणा की गई थी। राज्य सरकार ने सभी मनपा क्षेत्रों में कार्यरत ऐवजदारों को स्थाई करने का परिपत्रक जारी किया था। दूसरे ही दिन विधानसभा चुनाव आचार संहिता लागू हो जाने से ऐवजदारों को स्थाई आदेश जारी करने का मामला खटाई में पड़ गया है। बरसों की मेहनत का फल मिलने का समय आने पर चुनाव आचार संहिता आड़े आने से ऐवजदारों को स्थाई आदेश के लिए अब चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक इंतजार करना पड़ेगा। कर्मचारियों में इस तरह की स्थिति निर्माण होने पर मायूसी देखी जा रही है।

उल्लेखनीय है कि मनपा के 4 हजार 407 ऐवजदार हैं। इसमें से पहले चरण में 3 हजार 939 लोगों को नियमित करने की सूत्रों से जानकारी मिली है। वर्ष 1992 से ऐवजदारों को मनपा की नियमित सेवा में दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हुई है। वर्ष 2004 में एक साथ 811 लोगों को नियमित किया गया। आज भी उन्हें महीने में 26 दिन का वेतन दिया जाता है। अवकाश के दिन छोड़ अन्य दिन काम के लिए पहले संघर्ष करना पड़ा। इसमें सफलता मिलने के बाद नियमित करने की लड़ाई लड़ी गई। उनकी मांग पर मनपा सभागृह में प्रस्ताव पारित कर पद बढ़ाने के लिए राज्य सरकार काे प्रस्ताव भेजा गया। राज्य सरकार ने इसे मंजूरी देकर 20 वर्ष सेवा पूरी करने वालों को नियमित करने को हरी झंडी दिखाई।  इस शर्त को पूरा करने वाले 3 हजार 939 ऐवजदारों को नियमित किया जाएगा। अन्य को इसके बाद पूरा किया जा सकता है। अस्थाई काम करने वाले ऐवजदारों को स्थाई आदेश मिलने पर अन्य कर्मचारियों की तरह उन्हें भी सभी आर्थिक लाभ तथा चिकित्सा सुविधा भी लागू होगी। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के बाद यह लाभ मिल सकेगा। तब तक उन्हें इंतजार करना पड़ेगा।
 

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