जेल जाने वाले को 7 दिन रहना पड़ेगा क्वॉरेंटाइन - कोरोना के चलते आधा दर्जन बैरकों में अलग से व्यवस्थाएँ

जेल जाने वाले को 7 दिन रहना पड़ेगा क्वॉरेंटाइन - कोरोना के चलते आधा दर्जन बैरकों में अलग से व्यवस्थाएँ

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-26 10:05 GMT
जेल जाने वाले को 7 दिन रहना पड़ेगा क्वॉरेंटाइन - कोरोना के चलते आधा दर्जन बैरकों में अलग से व्यवस्थाएँ

डिजिटल डेस्क  जबलपुर । कोरोना के चलते अब नेताजी सुभाष चंद्र बोस सेन्ट्रल जेल में पहुँचने वाले नए बंदियों के लिए जहाँ अलग से आधा दर्जन बैरकों की व्यवस्था की गई है। नई-नई बैरिकों में कैदियों को पहले सात दिन एक बैरक में रखकर जाँच की जा रही है। उसके बाद भी यदि कैदी का स्वास्थ्य खराब मिलता है तो उसकी अलग से जाँच कराई जा रही है। कोरोना से बचाव के लिए जो पहले से जेल में बंद हैं, उनको भी साफ-सफाई के लिए साबुन एवं  मास्क वितरित कर दिए गए हैं।  जेल में मुलाकात पूरी तरह से बंद कर दी गई है। यह मुलाकात लॉक डाउन के बाद ही शुरू हो पाएगी। 
कोरोना के चलते यह व्यवस्था की गई है कि जेल के मेन गेट से पहले ही साबुन से हाथ धुलाकर कैदियों को अंदर जाने दिया जा रहा है। उसके बाद उन्हें सीधे स्नानघर में नहलाया जा रहा है और फिर उनके कपड़े धुलवाने के बाद उन्हें जेल के कपड़े पहनने के लिए दिए जा रहे हैं। इसके बाद ही उन्हें अलग से बनाए गए बैरक में रखा जा रहा है। इस बैरक में कैदियों को एक-एक मीटर की दूरी पर रखा जा रहा है तथा हर एक घंटे में हाथ धोने की व्यवस्था की गई है। जेल डॉक्टर की भी ड्यटी लगाई गई है ताकि कैदियों की जाँच हो सके। 
सात दिन के बाद अगर यह लगता है कि कैदी की हालत ठीक है तो उसे फिर पुराने कैदियों की बैरक में ट्रॉसफर किया जा रहा है। जिन कैदियों की हालत ठीक नहीं होती है, उन्हें जेल अस्पताल मेें शिफ्ट किया जा रहा है। 
मास्क भी बना रहे हैं
अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के तहत जेल में मास्क बनाने के लिए अब न केवल मशीनें बल्कि लोग भी बढ़ाए गए हैं। अब तक 20 हजार मास्कों का निर्माण कर सप्लाई की गई है। मास्क निर्माण का यह क्रम और तेजी से जारी है।पी-3 
मुलाकात पर रोक बढ़ी 
पहले कैदियों के रिश्तेदारों से मुलाकात की अवधि जो कि 31 मार्च तक के लिए बढ़ाई गई थी, अब उसे और बढ़ाकर 15 अप्रैल कर दिया गया है। इसके अलावा मोबाइलों की संख्या बढ़ा दी है ताकि कैदियों से उनके परिजन मोबाइल पर बात कर सकें। यह सुविधा मुलाकात न होने के चलते की गई है। यह व्यवस्था इस समय जारी है और करीब 40 से अधिक लोग इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। 
सावधानी रखी जा रही है 
ट्ट जेल में भी कोरोना से सतर्कता रखी जा रही है और उसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। 
- गोपाल ताम्रकार,  जेल अधीक्षक 

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