मालेगांव पंचायत समिति के तत्कालीन बीडीयो महागांवकर गिरफ्तार

कामयाबी मालेगांव पंचायत समिति के तत्कालीन बीडीयो महागांवकर गिरफ्तार

Tejinder Singh
Update: 2022-08-08 12:05 GMT
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डिजिटल डेस्क, मालेगांव. तहसील में करोड़ो रुपए के मनरेगा भ्रष्टाचार मामले में तत्कालिन गुटविकास अधिकारी संजय महागांवकर समेत अन्य ढ़ाई वर्षो से फरार थे । पुलिस ने महागांवकर को भारी मशक्कत के बाद अकोला से हिरासत में लेकर मालेगाव पुलिस स्टेशन लाकर गिरफ्तार किया। ग्रामीण क्षेत्र की जनता को गांव मंे ही रोज़गार उपलब्ध हो, इस हेतु केंद्र व राज्य शासन ने संयुक्त रुप से महात्मा गांधी ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना शुरु की । इस योजना में अधिकारी व पदाधिकारियों द्वारा मिलीभगत कर मालेगांव तहसील में करोड़ो रुपए का भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप है।

तत्कालीन जिलाधिकारी ऋषिकेश मोडक ने तहसील के ब्राह्मणवाडा, वाघलुद समेत अनेक ग्रामपंचायतों मंे मृत व्यक्ति, किशोरी आयु लडके, वृध्द व्यक्ति, प्रशासकीय अधिकारी व कारागृह के व्यक्तियों के नाम से राष्ट्रीयकृत बैंक में फर्जी खाते बनाकर भ्रष्टाचार किए जाने की बात साबित हुई थी । इस कारण मालेगांव पंचायत समिति की ओर से मालेगांव व शिरपुर पुलिस स्टेशन में विविध धाराओं के तहत दिसम्बर 2019 में अपराध दर्ज किया गया था । तभी से करोड़ो रुपए का भ्रष्टाचार करनेवाले मास्टर माइंड गुटविकास अधिकारी संदीप कोटकर व गुट विकास अधिकारी संजय महागांवकर समेत और 3 से 4 लोग ढ़ाई वर्षो से फरार थे । इसमें से कोटकर को इससे पूर्व ही गिरफ्तार कर लिया गया जाे वाशिम कारागृह में बंद है तो प्रकरण के दुसरे आरोपी संजय महागांवकर को हाइकोर्ट तथा सुप्रिम कोर्ट ने भी अग्रीम ज़मानत नामंजूर की थी । फिर भी वह कुख्यात अपराधी जैसे सरेंडर ना होकर अपने घर अकोला में रह रहा था ।

पुलिस स्टेशन के थानेदार किरण वानखेडे ने इस सम्बंध में प्राप्त गोपनिय सूचना के आधार पर एक पथक को उसे गिरफ्तार करने के लिए अकोला भेजा । पुलिस ने भारी मशक्कत के बाद उसे अकोला के टावर चौक से हिरासत में लिया । गुट विकास अधिकारी संजय महागांवकर की अग्रीम ज़मानत सुप्रीम कोर्ट द्वारा नामंजूर करने के बाद से वह मालेगांव पुलिस तथा आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा वाशिम को चकमा दे रहा था । यह कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह, मालेगांव के पुलिस निरीक्षक किरण वानखेडे के मार्गदर्शन में मालेगांव पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक गव्हाणे, सहायक पुलिस उपनिरीक्षक, हेकां गजानन झगरे, सुरेंद्र तिखीले, अमोल पाटिल के दल ने की । अन्य फरार आरोपियों की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है।

 

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