PWD के सामने ही बिना बैच मिक्स प्लांट बिछा दी सीमेंट सड़क, निर्माण कार्य में घोर लापरवाही

PWD के सामने ही बिना बैच मिक्स प्लांट बिछा दी सीमेंट सड़क, निर्माण कार्य में घोर लापरवाही

Anita Peddulwar
Update: 2018-06-19 09:00 GMT
PWD के सामने ही बिना बैच मिक्स प्लांट बिछा दी सीमेंट सड़क, निर्माण कार्य में घोर लापरवाही

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में करोड़ों रुपए खर्च कर बनाई जा रही सीमेंट सड़क के निर्माण कार्य  में घोर लापरवाही सामने आ रही है। दीक्षाभूमि स्थित स्वास्थ्य विभाग के उप संचालक कार्यालय के सामने करीब एक करोड़ की लागत वाली सीमेंट सड़क बनाने में नियमों का जमकर उल्लंघन किया गया है। सड़क बनाने के लिए रखी गई विशेष शर्त बैच मिक्स प्लांट लगाए बिना ही पूरा काम कर दिया गया। इससे न सिर्फ उसकी गुणवत्ता पर प्रश्न चिह्न लग गया है, बल्कि जिम्मेदार अधिकारियों पर भी आरोप लग रहे हैं।

अधिकारी अनभिज्ञ 
स्वास्थ्य विभाग के उपसंचालक कार्यालय परिसर की सीमेंट सड़क बनाने के लिए टेंडर निकाला गया था। इसके बाद सड़क का निर्माण कार्य बिना बैच मिक्स प्लांट के ही आरंभ हो गया। उपसंचालक कार्यालय के चारों ओर सड़क बन गई। परिसर में लोकनिर्माण विभाग (PWD) कार्यालय के सामने भी सड़क निर्माण हुआ, लेकिन कुंभकर्णी नींद में सो रहे अधिकारियों को ध्यान में ही नहीं आया कि वहां न सिर्फ बैच मिक्स प्लांट के नियमों का उल्लंघन हो रहा है, बल्कि मंजूर क्यूबिकल कंटेंट की अनदेखी कर सड़क की गुणवत्ता से खिलवाड़ किया गया है।

मजे की बात यह है कि सड़क निर्माण में मानक को छोड़कर वह अपनी मर्जी से मटेरियल डाले। बात यहीं नहीं रुकी, सड़क निर्माण में उपयोग की जाने वाली क्यूबिकल इकाई पर भी ध्यान नहीं दिया गया और विभिन्न साइज के घमेला (तसला) से मटेरियल को माप कर सड़क की गुणवत्ता से खिलवाड़ किया गया।

क्या कहते हैं आंकड़े
कीमत- 84 लाख रुपए
सी मेंट सड़क - 550 मीटर के करीब है लम्बाई
समयावधि- मार्च से अगस्त 2018

एम-30 क्वालिटी का बनना था मार्ग 
PWD की तकनीकी भाषा में सड़क की गुणवत्ता एम-30 की थी। इसके लिए मानक के हिसाब से सीमेंट, रेत और मेटल का उपयोग करना होता है। विशेष बात यह है कि सड़क बनाने में एक ओर मनमर्जी से मटेरियल मिलाया गया, वहीं दूसरी ओर कुछ दूसरे मटेरियल का उपयोग भी किया गया है।

कार्यालय के सामने बनी सड़क 
हैरान करने वाली बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग उपसंचालक कार्यालय परिसर स्थित PWD कार्यालय के सामने भी सड़क निर्माण में नियमों का उल्लंघन हुआ। यहां जूनियर इंजीनियर बैठते हैं, जिन्हें कार्यालय में जाने के लिए इसी सड़क से जाना होता है। हर दिन कार्यालय जाने के लिए उसी रास्ते से निकलने के बाद भी जूनियर इंजीनियरों को इतनी बड़ी गड़बड़ी दिखाई नहीं दी।

मामला गंभीर
ऐसा नहीं होना चाहिए, यदि है तो यह बेहद गंभीर मामला है। सड़क का निर्माण पूरा होने के बाद मैंने प्रभार लिया है। इसलिए संबंधित जूनियर इंजीनियर व अन्य अधिकारियों को बुलाकर पहले मामले की जानकारी लूंगा। टेंडर में दिए गए नियमों व शर्तों की अनदेखी को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। मामले की स्पष्टता के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं।
(राजकुमार जयस्वाल, कार्यकारी अभियंता, PWD)

बैच मिक्स प्लांट से नहीं बनाई सड़क

यह सड़क बनाने के लिए बैच मिक्स प्लांट से बनाने की शर्त टेंडर में थी। यह बात सही है कि उसे बैच मिक्स प्लांट से नहीं बनाया गया है। सड़क की गुणवत्ता को लेकर हम समझौता नहीं करते हैं। कई साइड होने की वजह से हर साइड पर रहना कम हो पाता है। मजदूरों को जितना बताया जाता है उतना ही वह मटेरियल मिलते हैं। हां यह जरूर है कि तसला होने की वजह से उसमें फर्क आ सकता है।
(डॉ. प्रवीण मोरे, जूनियर इंजीनियर, PWD)

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