साथी की हत्या करने वाले तीन इंजीनियरिंग छात्रों को उम्र कैद और 50 हजार रुपए का अर्थदंड

साथी की हत्या करने वाले तीन इंजीनियरिंग छात्रों को उम्र कैद और 50 हजार रुपए का अर्थदंड

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-09 12:14 GMT
साथी की हत्या करने वाले तीन इंजीनियरिंग छात्रों को उम्र कैद और 50 हजार रुपए का अर्थदंड

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे तीन छात्र क्रिकेट का सट्टा खेला करते थे, सट्टे में तीनों काफी रकम हार गए। तीनों ने फिरौती के लिए अपने चौथे साथी का अपहरण किया, इसके बाद उसकी हत्या कर दी। जिला अदालत ने तीनों इंजीनियरिंग छात्रों को उम्र कैद की सजा सुनाई है। एडीजे एसके चौबे ने आरोपियों पर 50-50 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है। एडीजे ने अपने आदेश में कहा है कि तीनों आरोपियों से मिलने वाली 1.50 लाख रुपए अर्थदंड की राशि मृतक ऋषभ दुबे के पिता राकेश दुबे को दी जाएगी।

अभियोजन के अनुसार विकास नगर जबलपुर निवासी ज्ञान गंगा इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र ऋषभ दुबे 23 दिसंबर 2011 को अपने घर से कहकर निकला कि वह अपने दोस्तों के साथ पिक्चर देखने जा रहा है। ऋषभ रात में घर नहीं लौटकर आया। उसके परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। 25 दिसंबर को ऋषभ की लाश शिवनगर के एक खाली प्लाट मिली। ऋषभ की गला घोंटकर हत्या की गई थी।

क्रिकेट सट्टे में हारे थे 6 लाख
पुलिस ने शक के आधार पर ऋषभ के साथ इंजीनियरिंग कॉलेज में पढऩे वाले दीपक विश्वकर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। कड़ाई से पूछताछ करने पर दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि वह अपने दोस्त श्रीराम इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र अजय पटले और हितकारिणी इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र सनी ठाकुर के साथ क्रिकेट का सट्टा खेला करता था। सट्टे में तीनों 6 लाख रुपए हार चुके थे। इसके लिए उन्होंने ऋषभ दुबे का अपहरण कर फिरौती लेने की योजना बनाई थी।

शुक्ला नगर के हॉस्टल में की थी हत्या
दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि योजना के अनुसार उसने ऋषभ दुबे को पिक्चर देखने के बहाने शुक्ला नगर के साहू हॉस्टल के कमरा नंबर-10 में बुलाया। वहां पर पहले से ही अजय पटले और सनी ठाकुर मौजूद थे। उन्होंने ऋषभ को कोल्ड ड्रिंक्स में नींद गोलियां मिलाकर पिला दी। इसी दौरान ऋषभ के परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। राज खुलने के डर से साईकिल के ब्रेक वायर के गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद लाश को शिवनगर के खाली प्लाट में फेंक दी।

मोबाइल और वायर से खुला राज
जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी दीपक विश्वकर्मा के पास ऋषभ का मोबाइल जब्त किया। दीपक ने मोबाइल से सिम निकालकर फेंक दी थी। साहू हॉस्टल के कमरा नंबर-10 से साईकिल का ब्रेक वायर भी बरामद किया, जिससे गला घोंटकर ऋषभ की हत्या की गई थी।

 

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