जमानत के लिए आए गांजा तस्कर न्यायालय से हो गए फरार, मची अफरा-तफरी

जमानत के लिए आए गांजा तस्कर न्यायालय से हो गए फरार, मची अफरा-तफरी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-06 11:48 GMT
जमानत के लिए आए गांजा तस्कर न्यायालय से हो गए फरार, मची अफरा-तफरी

डिजिटल डेस्क, मंडला। गांजा तस्करी के मामले में जेल से जमानत के लिए विशेष न्यायालय लाये गए तीन तस्कर में से दो भाग गए। इसमें एक को जिला न्यायालय की बाऊंड्रीवॉल कूदने के पहले ही पकड़ लिया, वहीं दूसरा आरोपी मौका का फायदा उठाकर नर्मदा नदी के किनारे से भागने में सफल रहा है। न्यायालय परिसर से आरोपियों के भागने की खबर परिसर में हड़कंप मचा गया। पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुट गई है।

घंटों खोजती रही पुलिस नहीं मिली सफलता-
दोपहर करीब एक बजे हुई इस घटना के बाद पुलिस नर्मदा के तट व झाड़ियों की खाक छानती रही है, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया है। एसपी समेत दल ने नर्मदा नदी के साथ अन्य संभावित क्षेत्रों में सर्चिंग की। इस घटना के बाद पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।

यह था पूरा मामला-
बताया जाता है कि मोतीनाला पुलिस ने 11 अप्रैल 2019 को रायपुर से मण्डला की ओर कार क्रंमाक 20 सीसी 0718 से 15.120 किलोग्राम गांजा की खेप लाते हुए पुष्करराज सिंह पिता तेजराज सिंह 28 वर्ष निवासी केशवपुरा कोटा, मनीष राठौर पिता रामसिंह राठौर 26 वर्ष निवासी महावीर नगर कोटा एवं सोनू सिंह पिता शंकर सिंह नरूका 21 वर्ष सभी निवासी संजयगांधी नगर कोटा जिला कोटा राजस्थान को पकड़ा गया। यहां पुलिस तीनों तस्करो को न्यायालय पेश किया और जेल भेज दिया गया।

आरोपियों ने लगायी थी जमानत याचिका-
सोमवार को तीनो ने विशेष न्यायालय मंडला में जमानत के लिए याचिका लगाई थी। इसके लिए जेल से करीब दोपहर एक बजे के आसपास तीनों आरोपीयों को लाया गया। यहां न्यायालय परिसर में आरोपीयों की हथकड़ी खोल दी गई और हस्ताक्षर कराए गए। इतने मौका पाकर पुष्करराज सिंह,सोनू सिंह ने दोनों दौड़ ने लगा दी।

पुष्कर न्यायालय के मुख्यगेट की ओर भागा। साईकिल स्टेण्ड से लगी बाऊंड्रीवॉल कूदने से पहले मौके पर मौजूद कुछ लोगो की मदद से पुलिस ने उसे पकड़ लिया। दूसरा आरोपी सोनू सिंह न्यायालय के पीछे नर्मदा नदी की ओर भागा। यह तट पर उतर कर झाडियों में लुप्त हो गया। न्यायालय परिसर से भागे आरोपी की सूचना आग की तरह नगर में फैल गई।

मोटर बोट से ढूढ़ रहे आरोपी को-
कोतवाली और लाइन का अमला भी मौके पर पहुंच गया। नर्मदा के तट पर वन विभाग के रेस्ट हाऊस डीएफओ बंगला तक किनारे लगी सालों पुरानी झाड़ियों के बीच पुलिस खाक छानती रही है। यहां मोटर बोट से भी नर्मदा के किनारे सर्चिंग की गई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा है।

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