नाबालिग किशोरी का अपहरण कर ले जा रहे थे दो युवक - चालक ने सूझबूझ दिखाकर पहुंचा दिया थाने
नाबालिग किशोरी का अपहरण कर ले जा रहे थे दो युवक - चालक ने सूझबूझ दिखाकर पहुंचा दिया थाने
डिजिटल डेस्क घुवारा । एक बुलेरो चालक की सजगता के चलते अपहरणकर्ताओं की चंगुल से एक नाबालिग किशोरी बच गई। दरअसल दमोह पटेरा थाना के भरतला गांव निवासी एक नाबालिग किशोरी को शादी का झांसा देकर दो युवक किराए की बुलेरो जीप से लेकर कहीं जा रहे थे। बुलेरो में सवार दोनों युवक किशोरी को लेकर जब भरतला से निकले तो वे रास्ते में पुलिस को देख कर सहम जाते। दोनों युवकों की हरकत पर बुलेरो चालक सुरेंद्र लोधी को कुछ संदेह हुआ तो उसने मोबाइल से अपने वाहन मालिक घुवारा निवासी विनोद दुबे को जानकारी दी। वाहन मालिक ने चालक से कहा कि वे जीप लेकर सीधे उनके घर आ जाएं। चालक दोनों युवकों और किशोरी को लेकर जब सीधे घुवारा आया तो वाहन मालिक बुलेरो सहित उप थाना घुवारा पहुंच गए। जहां पर पुलिस को देखते ही दोनों युवकों के होश उड़ गए। पुलिस ने दोनों युवक रमेश रजक पिता रामदयाल रजक उम्र 40 साल, मनसुख रजक पिता अजुद्दी रजक उम्र 35 साल दोनों निवासी कुटोरा थाना बमनोरा को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों ने वाहन मालिक से झूठ बोलकर किराए पर ली थी बुलेरो
बुलेरो मालिक का कहना है कि रमेश रजक व मनसुख रजक ने यह कहते हुए वाहन उनसे किराये पर लिया था कि उन्हें अपनी रिश्तेदारी में जाना है। बताया जा रहा है कि दोनों युवकों ने पूर्व में ही तय कर रखा था कि वे लड़की को बुलेरो में बिठाकर ले जाएंगे, ताकि किसी को शक न हो। आरोपियों की चंगुल से किशोरी को मुक्त कराने के बाद पुलिस ने किशोरी को उसके परिजनों के सुपर्द कर दिया है।
पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज
नाबालिग किशोरी का अपहरण कर उसे अपने साथ ले जाने वाले दोनों युवकों के खिलाफ उप थाना घुवारा में धारा 363, 366, 7/8 पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। भगवां थाना प्रभारी केबी आर्य के नेतृत्व में हुई कार्रवाई के बारे में टीआई केबी आर्य ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि वे किशोरी को लेकर कहां जाने वाले थे।
पिता का आरोप डरा-धमकाकर किया अपहरण
पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार करने के बाद जब किशोरी के पिता से संपर्क किया तो पिता ने पुलिस को बताया कि दोनों युवक उनकी बेटी को डरा-धमकाकर अपने साथ ले जा रहे थे। पिता का कहना है कि जब दोनों युवक उनकी बेटी को घर से पकड़कर लाए। उस समय घर में लड़की अकेली थी। पिता का कहना है कि बेटी का अपहरण करने के बाद दोनों युवकों ने बेटी को धमकी दी कि अगर उसने रास्ते में शोर बचाया तो उसके माता-पिता को मौत के घाट उतार देंगे।