आतंकियों का मददगार गिरफ्तार, लश्कर-ए-तैयबा के लिए जुटाता था फंड

आतंकियों का मददगार गिरफ्तार, लश्कर-ए-तैयबा के लिए जुटाता था फंड

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-28 15:34 GMT
आतंकियों का मददगार गिरफ्तार, लश्कर-ए-तैयबा के लिए जुटाता था फंड

डिजिटल डेस्क, सीधी। मप्र के सीधी जिला निवासी युवक सौरभ शुक्ला को यूपी एटीएस ने पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी युवक लश्कर-ए-तैयबा के लिए फंड जुटाने का काम करता था। वहीं  लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि सीधी जिले के छोटे से गांव अगहार निवासी इस युवक के संबंध पाकिस्तान के उग्रवादी संगठन से हो सकता है। हालांकि यूपी एटीएस को लश्कर के हैंडलर के सम्पर्क में सौरभ के होने की जानकारी पिछले वर्ष ही मिल गई थी, जिसके चलते उसकी गिरफ्तारी के लिए छापा भी मारा गया था,  लेकिन वह बच निकला था। बाद में उसकी गिरफ्तारी पर अपर पुलिस महानिदेशक यूपी एटीएस द्वारा 25 हजार रूपये का इनाम घोषित किया गया था, जिसके बाद से एटीएस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार सूचना जुटा रही थी। इसी के चलते यूपी एटीएस को शनिवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। यूपी एटीएस ने कार्रवाई करते हुए  संदिग्ध आतंकी सौरव शुक्ला को गिरफ्तार किया है।

पाकिस्तान में बैठे लश्कर के हैंडलर के संपर्क में था
बताया गया है कि सौरभ शुक्ला पाकिस्तान में एक्टिव आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए भारत से फंडिंग का काम करता था एवं आतंकियों के संपर्क में था। सौरभ पाकिस्तान से फोन और इंटरनेट के अपने नेटवर्क के सदस्यों के साथ पाकिस्तान में बैठे लश्कर के हैंडलर के संपर्क में था। 24 वर्षीय सौरभ सीधी जिले के अगहर का रहने वाला है। एटीएस सूत्रों के मुताबिक वह भारत में पाकिस्तानी हैंडलर्स के निर्देश पर आपराधिक षड्यंत्र और कोडिंग करते हुए विभिन्न बैंक खातों में देश के अलग-अलग स्थान से भारी धनराशि मंगाकर लोगों को वितरित करने का काम करता था। लोगों को झांसा देकर बैंकों में खाता खुलवाकर उनका अकाउंट नंबर एटीएम कार्ड लेकर उन खातों से पाकिस्तानी हैंडलर के निर्देश पर आए पैसों का आपराधिक लेन देन करता था।

टेरर फडिंग मामले में नामजद
सतना के बलराम के बाद अब सीधी में टेरर फंडिंग का मामला सामने आया है। इससे पहले रीवा के सेमरिया से एक युवक यूपी एसटीएफ  ने आंतिकयों को फंडिंग करने के मामले में गिरफ्तार किया था। पिछले साल यूपी एटीएस ने यूपी, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के रीवा में छापे मार कर टेरर फंडिंग के जरिए पाकिस्तानी हैंडलर की मदद कर रहे 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। सौरभ भी उन्हीं में से एक था जो फरार हो गया था। 22 मार्च को दर्ज मुकदमे में सौरभ भी नामजद था।

27 जुलाई को निकला था घर से 
रामपुर नैकिन तहसील अन्तर्गत ग्राम अगहार निवासी सौरव शुक्ला पिता रविशंकर श्ुाक्ला गत 27 जुलाई शनिवार की सुबह वह 500 रुपये लेकर पल्सर बाईक से त्यौंथर रीवा जाने के लिए निकला था। इसके बाद रात में परिजनो को जानकारी मिली कि सौरभ को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बघवार के प्राचार्य रविशंकर शुक्ल के दो पुत्रों में सौरव सबसे बड़ा था। उसकी प्राथमिक शिक्षा 5 वीं तक गांव में हुई थी। आगे की पढ़ाई के लिए पिता रीवा ले गए। बड़े होने के साथ ही वह गलत संगत में भी पडऩे लगा था। किसी कदर से 12 वीं की पढ़ाई पूर्ण होने पर कालेज में एडमीशन लिया। दो वर्ष कालेज में अध्ययन करने के बाद सफलता न मिलने पर पढ़ाई छोड़ दी थी।   

इन धाराओ में मामला दर्ज
यूपी एटीएस द्वारा 27 जुलाई 2019 को अपराध क्रमांक 2/2018, धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120बी,121ए आईपीसी एवं 3/5 इंडियन वायरलेश टेलीग्राफ एक्ट व धारा 4/20/25 इंडियन टेलीग्राफ एक्ट, थाना एटीएस लखनऊ में सौरभ शुक्ला उर्फ शिब्बू शुक्ला पिता रविशंकर शुक्ला ग्राम अगहार पोस्ट बाघड़, थाना रामपुर नैकिन जिला सीधी के विरूद्ध मामला दर्ज था। आरोपी की शनिवार को प्रयागराज में गिरफ्तारी के दौरान उसके कब्जे से पैन कार्ड, दो एटीएम कार्ड, बिना नंबर की पल्सर बाईक, वोटर आईडी कार्ड, डीएल, दो आधार कार्ड जब्त किया है।

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