निरीक्षण करने पहुॅचें गोपद बनास के नायब तहसीलदार पर अवैध वसूली का आरोप ,ग्रामीणों ने किया हंगामा

निरीक्षण करने पहुॅचें गोपद बनास के नायब तहसीलदार पर अवैध वसूली का आरोप ,ग्रामीणों ने किया हंगामा

Bhaskar Hindi
Update: 2020-06-25 10:06 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क सीधी। कलेक्टर द्वारा गठित टीम को किनारे कर अकेले रेत पकडऩे गये गोपद बनास के नायब तहसीलदार को अवैध वसूली के आरोप में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया है। इसके साथ ही कार्यवाही को लेकर बहरी थाने की पुलिस को भी बुला लिया गया था। पहचान के अभाव में काफी देर तक आरोप प्रत्यारोप का दौर चलता रहा है। 
ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि गोपद बनास नायब तहसीलदार दीपेंद्र तिवारी गोपद बनास की जगह बहरी तहसील क्षेत्र में पहुंचकर रेत से भरे हाइवा वाहनों को रुकवाकर उनसे ओव्हर लोड के नाम पर वसूली  कर रहे थें, घटनाक्रम को ग्रामीणों ने रिकार्ड कर लिया है जिसमें साफ साफ समझ आ रहा है कि उनके द्वारा चार पांच वाहन चालकों से वसूली की गई है। इतना ही नहीं एक हाइवा वाहन चालक से ओव्हर लोड़ के नाम पर 30 हजार रुपए की मांग की गई, जिस पर वह वाहन चालक ग्रामीणों को एकत्रित कर दिया गया, जहॉ बाद में ग्रामीणों के द्वारा जमकर हंगामा किया गया, इतना ही नहीं वहां नायब तहसीलदार को कोई पहचानता ही नहीं था, जिसे बहरी थाना तक पहुंचा दिया गया। यह हंगामा बुधवार की सुबह करीब 4 से 5 बजे के बीच हुआ है। 
प्राइवेट लोग थें नायब तहसीलदार के साथ में -
बताया गया कि गोपद बनास तहसील के नायब तहसीलदार दीपेंद्र तिवारी अपने साथ किसी भी विभाग के कर्मचारियों या अधिकारियों को नहीं ले गए थे, बल्कि सीधी शहर के ही दो प्राइवेट ब्यक्तियों को अपने वाहन में बिठाकर सुबह 4 बजे बहरी चौराहे पर पहुंच गए। जहां अपने वाहन का बेडा लगाते हुए रेत से लदे वाहनों को रुकवाकर ओव्हर लोड के नाम पर वसूली का खेल खेला गया है। 
संयुक्त दल के साथ जाने का दिया गया था निर्देश-
बताया गया कि कलेक्टर के द्वारा अवैध रेत उत्खनन को रोकने के लिए संयुक्त टीम का गठन किया गया है। जिसमें नायब तहसीलदार दीपेंद्र सिंह को सदस्य बतौर शामिल किया गया है। किंतु कोई भी विभाग अकेले निरीक्षण के लिए नहीं जा सकता है। उनके साथ सोन घडिय़ाल, वन विभाग, खनिज विभाग व पुलिस की टीम मौजूद होनी चाहिए। किंतु नायब तहसीलदार न तो सीधी से पुलिस लेकर गए और नहीं स्थानीय पुलिस को ही सूचित किए, ऐसे मे यदि कोई रेत कारोबारी हमला कर देता तो उससे सत्ता सहित पुलिस प्रशासन पर सवाल उठना स्वाभाविक है और विपक्ष को घर बैठे सरकार को घेरने का अच्छा मौका मिल जाता। 
इनका कहना है - 
गोपद बनास तहसील के नायब तहसीलदार के द्वारा मेरे थाना क्षेत्र में आकर किसी तरह की चेकिंग करने की कोई जानकारी नहीं दी गई थी, ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि पंाच वाहनों से तीन से चार-चार हजार रुपए की वसूली किए हैं, एक हाइवा चालक से 30 हजार रुपए की मांग की जा रही थी, जिसके द्वारा ग्रामीणों को एकत्रित कर लिया गया। बहरी तहसीलदार को बुलाकर पहचान कराई गई, तब वे गोपद बनास नायब तहसीलदार होने की पुष्टि किए, वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।                             रामदीन सिंह थाना प्रभारी, बहरी 
गोपद बनास नायब तहसीलदार को अवैध रेत उत्खनन के लिए गठित की गई टीम में सदस्य बनाया गया है किंतु वे अकेले कहीं भी जांच के लिए नहीं जा सकते, मेरे संज्ञान में बात आई है मैं तत्काल जांच कराकर उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई करूंगा।              रवींद्र चौधरी  कलेक्टर, सीधी
 

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