दिग्विजिय ने एक बार फिर दी सरकार को चुनौती - अगर मैं नक्सली तो फिर गिरफ्तारी क्यों नहीं ? 

 दिग्विजिय ने एक बार फिर दी सरकार को चुनौती - अगर मैं नक्सली तो फिर गिरफ्तारी क्यों नहीं ? 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-05 09:07 GMT
 दिग्विजिय ने एक बार फिर दी सरकार को चुनौती - अगर मैं नक्सली तो फिर गिरफ्तारी क्यों नहीं ? 

डिजिटल डेस्क, सतना। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को यहां कहा कि पहले वो देशद्रोही थे और अब नक्सली हो गए हैं। एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने केंद्र -राज्य सरकार को एक बार फिर से चुनौती देते हुए कहा कि वो यदि दोषी हैं तो पुलिस उन्हें सतना में ही गिरफ्तार क्यों नहीं कर लेती है? श्री सिंह भीमा कोरेगांव की हिंसा के सिलसिले में सीएम शिवराज सिंह चौहान के एक ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे।

उन्होंने इसी मामले में गिरफ्तार 5 आरोपियों में से एक के पास उनका मोबाइल नंबर मिलने पर सफाई पेश करते हुए कहा कि भीमा कोरेगांव की वारदात नक्सली नहीं थी। ये घटना आरक्षण के लिए दलित-मराठा संघर्ष का हिस्सा थी। उन्होंने कहा कि किसी के पास किसी का नंबर होने से संबंध सिद्ध नहीं हो जाता है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे भी वो मोबाइल नंबर विगत 4 साल से बंद है। श्री सिंह ने कहा कि ऐसे आरोप उनके विरुद्ध गहरी साजिश है। 

ये जन आक्रोश है हमला नहीं 
सीएम की जनआशीर्वाद यात्रा में हमले से जुड़े एक सवाल के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये जन आक्रोश है। उन्होंने जन आक्रोश के कई कारण भी गिनाए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए दिग्विजय सिंह ने व्यापमं और ई -टेंडरिंग समेत 5 आरोप दोहराए और दावे के साथ कहा कि वो चाहें तो मानहानि का मुकदमा कायम करा सकते हैं।  क्या, टेरर फंडिंग के आरोपियों की जमानत के खिलाफ अपील करेगी सरकार?

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि आईएसआई के लिए टेरर फडिंग के आरोप में एसआईटी के हत्थे चढ़े सतना के बलराम सिंह और रज्जन तिवारी समेत अन्य आरोपियों की जमानत के खिलाफ क्या राज्य सरकार अपील करेगी? उन्होंने आरोप लगाए कि टेरर फडिंग में शामिल बजरंग दल और भाजपा के पदाधिकारी आईएसआई के लिए पैसा लेकर जासूसी करने के बाद भी देशभक्त हो गए हैं।

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