नागमनी में लगी प्रदर्शनी देखकर रह जाएंगे दंग, मुद्राओं में छिपा है इतिहास

नागमनी में लगी प्रदर्शनी देखकर रह जाएंगे दंग, मुद्राओं में छिपा है इतिहास

Tejinder Singh
Update: 2020-01-24 12:55 GMT
नागमनी में लगी प्रदर्शनी देखकर रह जाएंगे दंग, मुद्राओं में छिपा है इतिहास

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारत में कभी ढाई रूपये का भी नोट चलता था,विश्व में एक ऐसा देश भी है जहां प्लास्टिक के क्वाइन भी चलते है। देश-विदेश की विभिन्न करंसी और स्टैम्प का ऐसा दुर्लभ कलेक्शन रामगोपाल माहेश्वरी सांस्कृतिक सभागृह मोर भवन झांसी रानी चौक सीताबर्डी में देखने को मिला। न्यूमिसमेटिक रिसर्च इंस्टीट्यूट की ओर से "नागमनी"तीन दिवसीय 24 से 26 जनवरी तक ऑल इंडिया न्यूमिसमेटिक एग्जीबिजन का आयोजन किया गया। एग्जीबिजन का उद्घाटन वनराई के संस्थापक डॉ. गिरीश गांधी द्वारा किया गया। किसी भी देश में मुद्राओ से वहां के इतिहास की झलक मिलती है। जब किसी एक ही स्थान पर विभिन्न काल,राज्यो की प्राची मुद्राओ का संग्रह हो तो यह अपने आप में अद्भुत है।  प्रदर्शनी में मुगल काल से मॉर्डनकालीन नोट व सिक्को की प्रदर्शनी थी।

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