Magh Pradosh Vrat: बुध प्रदोष के दिन इस योग में करें भगवान शिव की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

  • बुध प्रदोष 21 फरवरी 2024 को पड़ रहा है
  • आयुष्मान और सौभाग्य योग बन रहा है
  • इसी दिन दिन पुनर्वसु एवं पुष्य नक्षत्र भी है

Manmohan Prajapati
Update: 2024-02-19 06:23 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व है। वहीं माघ माह का अंतिम प्रदोष व्रत बुधवार के दिन रखा जाएगा। बता दें कि, हर माह की शुक्ल त्रयोदशी तिथि को यह व्रत रखा जाता है और दिन के अनुरूप इसका नाम बदल जाता है। फिलहाल, बुध प्रदोष (Budh Pradosh) 21 फरवरी 2024 को पड़ रहा है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इस बार का बुध प्रदोष व्रत के दिन आयुष्मान और सौभाग्य योग बन रहा है। इसी दिन दिन पुनर्वसु एवं पुष्य नक्षत्र भी है।

प्रदोष व्रत देवों के देव महादेव की पूजा के लिए समर्पित है। माना जाता है कि, जो भी भक्त इस दिन का व्रत रखकर पूरे श्रद्धा भाव के साथ भोलेनाथ की पूजा करते हैं उन्हें जीवन में कभी परेशान नहीं होना पड़ता है। साथ ही इस व्रत के प्रभाव से संतान रत्न की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं पूजा की विधि और शुभ मुहूर्त...

शुभ मुहूर्त

तिथि आरंभ: 1 फरवरी 2024, बुधवार सुबह 11 बजकर 27 मिनट से

तिथि समापन: 22 फरवरी 2024, गुरुवार दोपहर 01 बजकर 21 मिनट पर

पूजा का समय: 21 फरवरी, शाम 06 बजकर 15 मिनट से रात 08 बजकर 47 मिनट तक

पूजा की कुल अवधि- 02 घंटे 13 मिनट्स तक

पूजा विधि

- सुबह सूर्योदय से पूर्व उठें और स्नानादि से निवृत्त हों।

- साफ वस्त्र धारण करें और भगवान सूर्य को जल चढ़ाएं।

- इसके बाद व्रत का संकल्प लें।

- भगवान शिव, पार्वती और नंदी को पंचामृत और जल से स्नान कराएं।

- फिर गंगाजल से स्नान कराकर बेल पत्र, गंध, अक्षत, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य, भोग, फल, पान, सुपारी, लौंग और इलायची चढ़ाएं।

- फिर शाम के समय जब सूर्यास्त होने वाला होता है उस समय सफेद वस्त्र धारण करके भगवान शिव की पूजा करें।

- विभिन्न फूलों, बेलपत्रों से शिव को प्रसन्न करें।

- शिव जी की पूजा करते समय शिव पुराण और शिव स्तुति करें।

- शिवजी की पूजा के बाद आरती, भजन करें। इससे शिवजी भक्त की मनोकामना पूरी करते हैं।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Tags:    

Similar News