137 वर्षों बाद बनने जा रहा ये महासंयोग, गुरु, शनि व केतु एक साथ होंगे धनु राशि में

137 वर्षों बाद बनने जा रहा ये महासंयोग, गुरु, शनि व केतु एक साथ होंगे धनु राशि में

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-05 05:40 GMT
137 वर्षों बाद बनने जा रहा ये महासंयोग, गुरु, शनि व केतु एक साथ होंगे धनु राशि में

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सालों बाद ऐसा महायोग बनने जा रहा है जब गुरू, शनि व केतु एक साथ धनु राशि में होंगे, जिसके चलते कई व्यक्तियों की दिनचर्या में बदलाव होगा। आपको बता दें की शनि ग्रह तो पहले से ही धनु राशि में गोचर कर रहे हैं। फिर धनु राशि में केतु 6 और 7 मार्च की रात 2.48 बजे प्रवेश कर रहे हैं। 30 मार्च की सुबह 8:01 पर गुरु ग्रह भी धनु राशि में आ जायेंगे। जिस कारण से 137 साल बाद संयोग बनेगा जब गुरु, शनि व केतु एक साथ धनु राशि में ही होंगे। वैसे आपको बता दें की राहु-केतु छाया ग्रह होने के कारण इनका भौतिक रूप से कोई अस्तित्व नहीं होता है। इसके बाबजूद भी यह ग्रह अन्य ग्रहों के जातक को अधिक प्रभावित कर देते हैं। इन दोनों ग्रहों को आकस्मिक घटना या दुर्घटना देने वाला ग्रह माना जाता है। जाने इस महासंयोग के चलते आपकी राशि पर इन ग्रहों को क्या असर होगा। 

मेष राशि- इस समय में लाभ की स्थिति अधिक बनेगी। यह स्थिति बुरी आदतों की ओर आकर्षित करेगी। यात्राएं अधिक होंगी और प्रमोशन के साथ स्थानांतरण के योग बनेंगे। काम-काज बढ़ाने की इच्छा रहेगी, लेकिन व्यय की अधिकता से रोक लग सकती है। नजदीक के लोगों से विवाद हो सकता है। उलझन दूर होने का योग बनेगा। धन लाभ का योग है। पढ़ाई या काम पर ध्यान दें। शनि जी को लड्डू का भोग लगाएं। 

वृषभ राशि- इस युति से आय तो अच्छी बनी रहेगी, लेकिन त्वचा से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। विवादों में विजय प्राप्त होगी और नए कार्य करने का अवसर मिल सकता है। नौकरी में प्रमोशन आदि के अवसर प्राप्त होंगे। खिलाड़ियों को विशेष सफलताएं मिलेंगी। पढ़ाई में ध्यान नहीं लगेगा। अधिक मेहनत करके परीक्षा में पास होंगे। क्रीस्टल की माला धारण करें। सेहत का ख्याल रखें। जो योजनाएं बना रखी हैं, मेहनत से वे काम पूरा होगा। दुर्गा जी को सेब चढ़ाएं। ॐ राहवे नमः का जाप करें।

मिथुन राशि- यह समय फिर से उठकर संभलने का है। परेशानियां बढ़ेंगी, लेकिन आत्मविश्वास में कमी नहीं आएगी। चिंताओं पर विजय प्राप्त होगी और हिम्मत बनी रहेगी। लेकिन रोगों में वृद्धि होगी। अपनी वाणी पर भी संयम रखें अन्यथा विवाद बन सकता है। पढ़ाई बहुत अच्छी नहीं चलेगी। अचानक अच्छे नंबर लाने में मदद करेंगे। किसी प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। किताबों में बरगद की जड़ या पीपल के पत्ते रखें। लक्ष्मी जी को दूध चढ़ाएं।

कर्क राशि-इस युति के कारण शांति का अनुभव करेंगे और परिवार में खुशियों की प्राप्ति होगी। आर्थिक मामलों में सफलता प्राप्त होगी। संतान से भी सुख की प्राप्ति होगी। पिछले कई वर्षों से चली आ रही समस्यां समाप्त होंगी। नई कार्य योजनाएं बनेंगी। किन्तु क्रोध में बढ़ोत्तरी होगी अपने पर संयम रखना ही हितकारी होगा। पढ़ाई पहले से बेहतर होगी। मैथ-साइंस में पढ़ाई अच्छी होगी। व्यापार चलेगा या इससे पढ़ाई या नौकरी में काफी लाभ होगा। देवी माँ को शक्कर चढ़ाएं। शनिवार को दूध में शहद मिलाकर पीपल पर चढ़ाएं। 8 मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

सिंह राशि- इस युति से सिंह राशि पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा। पिछली चली आ रही समस्यायों से छुटकार मिलने की पूर्ण संभावना हैं। इस समय वाहन का प्रयोग सावधानी पूर्वक करें, क्योंकि अज्ञात भय बना रहेगा। यह युति विवादों में विजय दिलायगी और धन की आवक बढ़ने की संभावना है। लेकिन खर्चे भी बढ़ेंगे। पढ़ाई की बाधाएं दूर होंगी। पढ़ाई में मन लगेगा प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। शनि देव की पूजा करें। काला धागा पहनें।

 
कन्या राशि-  इस युति होने के कारण निर्माण कार्य में धन व्यय होने की संभावना है। अनचाहे कार्य करने पड़ सकते हैं। किसी निकट के व्यक्ति से विवाद होने की संभावना है। बिजली उपकरणों से सावधान रहें। व्यापार में भी कुछ धोखा मिल सकता है। विवादित मामलों में पीछे हटना सही रहेगा। इस समय कुछ भ्रमित से रहेंगे। अधूरा काम बनेगा। नए मित्र बनेंगे। बुरी संगत और बुरी आदतों से पढ़ाई में परेशानी आएगी। सावधान रहना पड़ेगा, काले-नीले कपड़े ना पहनें। मां सरस्वती को तुलसी और शहद चढ़ाकर खुद भी सेवन करें।

तुला राशि- यह ग्रह युति होने से निराशा दूर होगी और बिछड़ों से मिलने का अवसर प्राप्त होगा। विदेश में रहने वालों को लाभ होगा और आय में सुधार होगा। कर्ज से मुक्ति कैसे मिले, उसके उपाय मिलेंगे। घर में कई सुधार कार्य होंगे और पुराने विवादों का हल होगा। पुरानी संपत्ति से लाभ होगा। इस समय किसी को आहत न करें। भगवान शिव की पूजा करें या गणेश रुद्राक्ष धारण करें। पढ़ाई शुरू करने से पहले थोड़ा गुड़ खाएं।

वृश्चिक राशि- इस युति के कारण से कुछ समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। निराशा हावी होंगी और कार्य समय पर संपन्न नहीं होंगे। वाहनादि प्रयोग में सावधानी रखें और विवादों से बचकर रहें। घरेलू विवाद बाहर आ सकते है। जोखिमपूर्ण कार्य से दूर रहने का प्रयास करें। अकारण निराशा रह सकती है। पढ़ाई बहुत अच्छी होगी। कोई प्रतियोगिता पास कर सकते हैं। गले में ग्रे धागा पहनें। दक्षिण दिशा में मुहं करके पढ़ाई करें।

धनु राशि- यह युति हर प्रकार से अनुकूल रहेगी। शत्रुओं का दमन होगा। चिंताएं कम होंगी एवं आप धार्मिक कार्य में संलग्र रह सकते हैं। यात्रा का योग भी बनेगा। साथ ही नए मकान खरीदने का योग है। परीक्षा मध्यम चलेगी। पढ़ाई की रुकावटों को दूर करने के लिए उपाय करें। माथे पर हल्दी का तिलक लगाएं।

मकर राशि- इस महायोग से कई प्रकार के कार्य एक साथ करने पड़ सकते हैं। योजनाएं सफल होंगी और घर में कोई मांगलिक उत्सव होगा। जिम्मेदारियों में वृद्धि होगी। संतान से सुख मिलेगा। नाक और कान में चोट लगने या रोग होने की संभावना है। पढ़ाई पिछले साल के मुकाबले अच्छी होगी। नए विषय का चुनाव करें। पढ़ाई में मन लगेगा। हनुमान जी को सिन्दूर का तिलक लगाएं। कबूतरों को बाजरा खिलाएं।

कुंभ राशि- इस युति से कोई खराब असर नहीं पड़ेगा। किन्तु कुछ मानसिक तनाव हो सकता है, इसके अलावा घुटनों में दर्द एवं अज्ञात चिंता रह सकती है। संतान से सुख प्राप्त होगा और जमीन खरीदने का योग भी बन सकता है। पढ़ाई में थोड़ी बाधा आएगी। मां सरस्वती की पूजा करें। पड़ते समय एक क्रीस्टल की माला रखें।

मीन राशि- इस महायुति से आर्थिक क्षेत्र में कुछ समस्याएं आ सकती हैं। घुटना, जोड़ और क्षय आदि के रोग परेशान कर सकते हैं। नींद की अधिकता रह सकती है। परिवार से सहयोग कम मिलेगा। संतान परेशान कर सकती है। आपके मनचाहे कार्य करने में रुकावटें आ सकतीं है। पढ़ाई में दिमाग नहीं चलेगा। रविवार को मसूर की दाल दान करें। शनिवार को काले वस्त्र दान करें। बादाम-शहद का सेवन करें लाभ होगा।
 

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