चैत्र नवरात्रि 2020: जानें कलश या घट स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

चैत्र नवरात्रि 2020: जानें कलश या घट स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Manmohan Prajapati
Update: 2020-03-21 11:23 GMT
चैत्र नवरात्रि 2020: जानें कलश या घट स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देवी की आराधना का पर्व नवरात्रि का शुभारंभ आज बुधवार 25 मार्च से हो गया है। बता दें कि नवरात्रि साल में दो आती हैं, इनमें एक शारदीय नवरात्रि और दूसरी चैत्र नवरात्रि हैं। फिलहाल चैत्र नवरात्रि एक खास मुहूर्त के साथ आ रही है। ज्योतिष के अनुसार चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा के दिन कलश या घट स्थापना सूर्योदय के बाद अभिजीत मुहुर्त में करना श्रेयष्कर रहता है। 

यदि आप भी चैत्र नवरात्रि में कलश या घट स्थापना करना चाहते हैं तो इसके लिए शुभ मुहूर्त का जानना बेहद जरूरी है। उल्लेखनीय है कि हिन्दू धर्म में सभी कार्य शुभ मुहूर्त में किए जाते हैं। आइए जानते हैं कलश स्थापना की शुभ समय और पूजा विधि...

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घट स्थापना मुहूर्त:
सबसे शुभ मुहूर्त: सुबह 06:00 बजे से 06:57 तक 
कुल अवधि 56 मिनट 

प्रतिपदा तिथि प्रारंभ - 24 मार्च, 2020 को दोपहर 02:57 बजे
प्रतिपदा तिथि समाप्त - 25 मार्च, 2020 को शाम 05:26 बजे तक

पूजा विधि 
- शुभ मुहूर्त में कलश या घट स्थापना करें।
- इस दिन पूरे नौ दिनों तक देवी की आराधना करें।
- नवरात्र के नौ दिनों में देवी के नौ रूपों की पूजा और आराधना करें। 
- पूरे नवरात्रि में दुर्गासप्तशती का पाठ करना चाहिए।
- इन दिनों में ब्रह्म मुहुर्त में श्रीरामरक्षा स्तोत्र का पाठ बहुत शुभफलदायी होता है।
- इस समय पूरे नियम से माता दुर्गा के शरणागत रहना चाहिए क्योंकि यही भक्ति की सर्वोच्च अवस्था है।

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- इस दिन माता के किसी सिद्ध पीठ का दर्शन कर आशीर्वाद ले।
- प्रतिदिन माता के मंदिर जाकर विधिवत दर्शन करने के साथ पूजा करें।
- इन दिनों में रामरक्षा स्त्रोत का पाठ करें, इससे दैहिक, दैविक तथा भौतिक तापों का नाश होता है।
- नवरात्रि में श्री रामचरित मानस का पाठ बहुत पुण्यदायी बताया गया है।  
- मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए पूरी नवरात्रि व्रत कर अंतिम दिन हवन करें।

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