श्रावण मास 2023: अधिकमास का दूसरा सोमवार पर बन रहे खास योग, इस विधि से करें पूजा

  • भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है ये व्रत
  • शिवजी का आशीर्वाद लेने के लिए पवित्र है सोमवार

Manmohan Prajapati
Update: 2023-07-29 11:29 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। सावन का महीना चल रहा है जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है, क्योंकि इस महीने में देवों के देव महादेव की अराधना मात्र से ही व्यक्ति की हर मुराद पूरी हो जाती है। इस महीने में भगवान और माता को समर्पित व्रत रखकर उनका आशीर्वाद लेने के लिए बहुत पवित्र माना जाता है।

31 जुलाई 2023 को अधिक मास का दूसरा और सावन का चौथा सोमवार का व्रत रखा जाएगा। यह सावन माह के अधिकमास में पड़ेगा, जिससे इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। सावन के अधिक मास के शुभ संयोग पर रखा गया सोमवार का व्रत बहुत शुभ फलदायी माना जाता है।

शुभ मुहूर्त

रवि योग: 31 जुलाई, सुबह 05 बजकर 42 मिनट से शाम 06 बजकर 58 मिनट तक

विष्कुम्भ योग: 31 जुलाई, दोपहर 03 बजकर 01 मिनट से रात 11 बजकर 04 तक

प्रीति योग: 31 जुलाई, 11 बजकर 04 मिनट से 6 बजकर 52 तक

पूजा विधि

- इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठें और नित्यक्रमादि से निवृत होकर स्नान करें।

- साफ वस्त्र धारण करें और भगवान सूर्य को जल चढ़ाने के बाद व्रत का संकल्प लें।

- घर में पूजा के स्थान को साफ करें और मंदिर में दीपक जलाएं।

- भगवान शिव का दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से अभिषेक करें।

- भगवान को भांग, धतूरा, बेलपत्र, फल, फूल आदि अर्पित करें।

- अब भगवान शिव की आरती करें और पश्चात् भोग सामग्री अर्पित करें

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