Raid Movie Review: सिंघम नहीं गंगाजल वाले तेवर में नजर आए अजय देवगन

Raid Movie Review: सिंघम नहीं गंगाजल वाले तेवर में नजर आए अजय देवगन

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-16 08:19 GMT
Raid Movie Review: सिंघम नहीं गंगाजल वाले तेवर में नजर आए अजय देवगन

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  "आमिर", "नो वन किल्ड जेसिका" जैसी फिल्मों को निर्देशित करने वाले डायरेक्टर राजकुमार गुप्ता ने इस बार 80 के दशक में हुई भारत की सबसे बड़ी इनकम टैक्स रेड पर एक फिल्म "रेड" बनाई है। जिसमें मुख्य किरदार में अजय देवगन और इलियाना डिक्रूज, सौरब शुक्ला हैं। आइए समीक्षा के जरिए जानते हैं कि फिल्म दर्शकों को कहां तक पसंद आई। 

डायरेक्टर: राजकुमार गुप्ता
स्टार कास्ट: अजय देवगन, इलियाना डिक्रूज, सौरभ शुक्ला, अमित सयाल , पुष्पा जोशी
अवधि: 2 घंटा 08 मिनट
सर्टिफिकेट: U/A
रेटिंग: 4 स्टार

कहानी


यह कहानी 1981 के लखनऊ, उत्तर प्रदेश की है। यहां के इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में ऑफिसर अमय पटनायक (अजय देवगन) का ट्रांसफर हो जाता है। अपनी ईमानदारी और सख्त रवैय्ये के लिए उसे कई बार अलग-अलग शहरों में स्थानांतरित कर दिया जाता है। अमय का यह 49 वां ट्रांसफर रहता है। वो अपनी पत्नी मालिनी पटनायक (इलियाना डिक्रूज) के साथ लखनऊआते हैं। डिपार्टमेंट में उनके साथ लल्लन (अमित सयाल) और बाकी लोग काम करते हैं। अमय सबसे पहले आकर डिपार्टमेंट के कामकाज के तरीकों को सुधारता है और फिर पता करता है कि इस शहर में सबसे ज्यादा काला पैसा किसके पास जमा है। जब अमय को पता चलता है कि रामेश्वर सिंह उर्फ ताऊजी (सौरभ शुक्ला) ने अपने घर बहुत पैसा छुपाया है तो वो अपनी टीम के साथ उनके घर रेड मारने जाते हैं, लेकिन बाहुबली रामेश्वर पटनायक के इस काम में बाधा पहुंचाने की कोशिश करता है। इसके बाद फिल्म में बहुत ट्विस्ट एंड टर्न्स आते हैं और एकके बाद एक कई घटनाओ का पर्दाफ़ाश होता है।  

पथकथा और निर्देशन

फिल्म की कहानी और संवाद जबरदस्त हैं। फिल्म एक बार फिर से गंगाजल की याद दिलाती है। राजकुमार गुप्ता ने रितेश शाह के साथ मिलकर जो स्क्रीनप्ले लिखा है वो बहुत ही अच्छा है। फिल्म के डायलॉग्स के लिए रितेश शाह की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। फिल्म में कैमरा वर्क कमाल का है, राजकुमार का डायरेक्शन जबरदस्त है। इसके साथ ही एडिटिंग बहुत ही शार्प है, जिसके लिए एडिटर बुधादित्य बैनर्जी की तारीफ के काबिल हैं। फिल्म की पटकता बांधे रखती है और कही भी बोर नहीं होने देती है। 

अभिनय और संगीत


अभिनय की बात की जाए तो अजय देवगन का कोई तोड़ नहीं है। एक बार फिर से उनकी संजीदा और दमदार एक्टिंग ने फिल्म में जान फूंक दी है। बिल्कुल गंगाजल वाले तेवर में अजय देवगन आम आदमी से कनेक्ट हुए हैं। ईमानदार ऑफिसर के अपोजिट बाहुबली और ताकतवर नेता के रूप में सौरभ शुक्ला ने एक बार फिर से बता दिया है कि आखिर उन्हें उम्दा अभिनेता क्यों कहा जाता है। अजय के सहायक लल्लन सुधीर (अमित सयाल) का किरदार फिल्म के दौरान हंसाते नजर आएंगे। सानंद वर्मा, गायत्री अय्यर, के साथ साथ दादी जी के रूप में 85 साल की पुष्पा सिंह जी की एक्टिंग भी जबरदस्त है। वहां इलियाना का जितना भी किरदार है अच्छा है। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है, पंजाबी स्टाइल में सानू इक पल चैन न आवे गीत ने मन को शांति दी। 

क्यों देंखे

अगर आप अजय देवगन के फैन हैं तो यह फिल्म आपके लिए सबसे बेहतर फिल्म है। एक बार फिर से आपको अजय देवगन की गंगाजल ौर सिंघम की जैसी दमदार एक्टिंग देखने को मिलेगी। 

 बॉक्स ऑफिस 

प्रमोशन के साथ फिल्म का बजट लगभग 35 करोड़ बताया जा रहा है। फिल्म ने सैटेलाइट, डिजिटल और ओवरसीज राइट्स के साथ अच्छी कमाई कर ली है। पद्मावत के बाद भारत में ये बड़ी रिलीज है। इसे कुल 3400 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। ओवरसीज में भी 369 स्क्रीन्स पर रेड रिलीज हुई है।

 

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