'पद्मावती' की प्राइवेट स्क्रीनिंग से सेंसर बोर्ड नाराज, बिना मंजूरी लौटाई फिल्म

'पद्मावती' की प्राइवेट स्क्रीनिंग से सेंसर बोर्ड नाराज, बिना मंजूरी लौटाई फिल्म

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-18 10:00 GMT
'पद्मावती' की प्राइवेट स्क्रीनिंग से सेंसर बोर्ड नाराज, बिना मंजूरी लौटाई फिल्म

डिजिटल डेस्क, मुंबई। "पद्मावती" फिल्म कम विवाद ज्यादा बन गया है। लंबे वक्त से राजपूत समाज और राजपूती करणी सेना फिल्म के प्रदर्शन पर रोक की मांग कर रही है। धमकियों और विवाद के बीच शिनवार को फिल्म मेकर्स ने इसकी प्राइवेट स्क्रीनिंग रखी, लेकिन इस पर भी अब बवाल मच गया है। फिल्म की प्राइवेट स्क्रीनिंग से सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन नाराज हो गया है। सेंसर बोर्ड ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "मूवी मेकर्स की ओर से ऐसा करना ठीक नहीं है।" आपको यहां बता दें कि मेकर्स ने शुक्रवार को कुछ जर्नलिस्ट्स के लिए फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी थी।

                  

                     

बोर्ड के चेयरमैन प्रसून जोशी ने न्यूज एंजेंसी से कहा कि, "सेंसर बोर्ड ने अभी तक न तो फिल्म देखी और न ही इसे सर्टिफिकेट दिया, लेकिन इसके मेकर्स की ओर से प्राइवेट स्क्रीनिंग करना और नेशनल चैनल्स पर फिल्म का रिव्यू करना बेहद अफसोसजनक है।" उन्होंने कहा, "एक तरफ फिल्म रिलीज की प्रॉसेस में तेजी लाने के लिए सेंसर बोर्ड पर दबाव डाला जा रहा है, दूसरी तरफ बोर्ड की प्रॉसेस को ही खत्म करने की कोशिश की जा रही है।" वहीं बोर्ड के ऑफिशियल्स ने कहा, "पद्मावती देखने के बाद लोग जिस तरह अपने विचार दे रहे हैं, उससे कोई नहीं कह सकता कि यह एक प्राइवेट स्क्रीनिंग थी। ऐसा नहीं किया जाता।"

फिल्म को मिले अच्छे रिव्यू

                       

आपको बता दें कि फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग में शामिल हुए पत्रकार रजत शर्मा ने अपने प्राइम टाइम शो में बताया कि वो इस फिल्म को देखने के बाद कह सकते हैं कि इसमें एक भी सीन आपत्तिजनक नहीं है, तो अरनब गोस्वामी ने अपने शो के दौरान कहा है कि इस फिल्म में राजपूतों के खिलाफ ऐसा कुछ नहीं है, जिसके लिए इतना हंगामा हो रहा है। ये तो उनके लिए पद्मावती को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है। 

टल सकती है रिलीज

                        

फिल्म पद्मावती का राजपूत संगठन काफी लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। राजपूती करणी सेना का कहना है कि भंसाली ने फिल्म बनाने के लिए इतिहास से छेड़छाड़ की है। हालांकि भंसाली पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उन्होंने तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं किया है। भंसाली का कहना है कि वो राजपूतों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। फिल्म पद्मावती 1 दिसंबर को रिलीज होनी है, लेकिन सीबीएफसी द्वारा मंजूरी न दिए जाने के बाद यह देखना है कि टेक्निकल मुद्दों को खत्म करने के बाद भी फिल्म को मंजूरी मिलती है या नहीं। सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए इस फिल्म को इसके निर्माताओं को वापस लौटा दिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक मामले को सुलझाने के बाद फिल्म के निर्माता फिर से इसे पास कराने के लिए सीबीएफसी को भेज देंगे।" फिलहाल फिल्म को मंजूरी न मिल पाने के कारण इसकी रिलीज पर भी संकट नजर आ रहा है। 

फिल्म पर राजनीति जारी

                          

राजपूज समाज, राजपूती करणी सेना और बीजेपी नेताओं के साथ-साथ सरकार के मंत्री भी फिल्म "पद्मावती" का विरोध कर रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने फिल्म को पूरी सुरक्षा देने का वादा कर दिया है। गृह राज्यमंत्री ने मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक की। गृह राज्यमंत्री (शहर) रणजीत पाटील ने कहा है कि फिल्म रिलीज होने पर सिनेमाघरों को पूरी सुरक्षा प्रदान की जाएगी। 
 

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