Cinema Grief: बॉलीवुड में अमावस्या, क्योंकि चांदनी चली गई है

Cinema Grief: बॉलीवुड में अमावस्या, क्योंकि चांदनी चली गई है

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-25 04:57 GMT
Cinema Grief: बॉलीवुड में अमावस्या, क्योंकि चांदनी चली गई है

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सही कहतीं थी श्रीदेवी, मैं हूं ख्वाबों की शहजादी मैं हर दिल पे हूं छाई....बादल है मेरी जुल्फें बिजली मेरी अंगड़ाई, बिजली गिराने मैं हूं आई, बिजली गिराने मैं हूं आई कहते हैं मुझको हवा हवाई...सच में बॉलीवुड में अचानक से श्रीदेवी के जाने से बिजली सी गिर गई है। पूरा बॉलीवुड शोक में डूब गया है। बॉलीवुड ने एक ऐसा नगीना खो दिया है, जो अनमोल था। बॉलीवुड की चांदनी रात अमावस्या में बदल गई। क्योंकि चांदनी जो चली गई है। ये लम्हे, ये पल हम बरसों याद करेंगे, ये मौसम चले गए तो हम फरियाद करेंगे।

श्रीदेवी बॉलीवुड की एक ऐसी एक्ट्रेस जिसने बीती रात दुनिया छोड़ दी, एक ऐसी एक्ट्रेस जिसने साबित किया कि इंडस्ट्री में एक्ट्रेस केवल हीरो के साथ सपोर्टिंग में नहीं रहती, बल्कि खुद के प्रभाव से भी फिल्में हिट करा सकती है। 

नगीना में नागिन का रोल हो या फिर चालबाज में पैंतरेबाज लड़की का किरदार, या फिर चुलबुली चांदनी जैसा किरदार। हर किरदार में अपने सशक्त अभिनय से श्रीदेवी ने बॉलीवुड को एहसास कराया कि सिर्फ हीरो ही फिल्म की जान नहीं होता है बल्कि हीरोइन भी उतनी ही वैल्यू रखती है। 

श्रीदेवी को बॉलीवुड की एक्सप्रेशन क्वीन भी कहते थे, किसी भी तरह को किरदार को जिस तरह का फेसियल एक्सप्रेशन चाहिए होता था, वह श्रीदेवी की एक्टिंग में साफ नजर आता था। फिल्म नगीन वह गाना तो आपको याद ही होगा, जिसमें अमरीश पुरी की जबरदस्त एंट्री सपेरे के तौर पर होती है, और नागिन बनी श्रीदेवी अपने चेहरे पर हजारों एक्सप्रेशन बदल लेती है। पूरे गाने में झलकता है कि कैसे श्रीदेवी पल पल एक्सप्रेशन बदलने की कला जानती थीं।

जानिए बॉलीवुड की चांदनी श्रीदेवी से जुड़ी अनसुनी बातें.....

2017 में आयी फिल्म "मॉम" श्रीदेवी की 300वीं फिल्म थी।

श्रीदेवी शुरुआती दिनों में ठीक से हिंदी नहीं बोल पाती थीं। जिस वजह से श्रीदेवी की आवाज़ को नाज डब करती थीं। अमिताभ के साथ आयी फिल्म "आखिरी रास्ता" में श्रीदेवी की आवाज़ को रेखा ने डब किया था। 

श्रीदेवी ने पहली बार फिल्म "चांदनी" में अपने संवाद के लिए डब किए थे। श्रीदेवी ने फिल्म "चांदनी" का सुपरहिट टाइटल ट्रैक जॉली मुखर्जी के साथ गाया था।

मुंबई में MTV के लॉन्चिंग में VJ ने ने "रूप की रानी चोरों का राजा" के सेट पर श्रीदेवी को "जूलिया रॉबर्ट्स ऑफ बॉलीवुड" से नवाजा था। 

श्रीदेवी बिल्लियों से बहुत डरती थी, लेकिन सिने ब्लिट्ज के कवर के लिए एक फोटोशूट में उन्हें बिल्ली के साथ पोज देना पड़ा था। 

श्रीदेवी ने फिल्म "हीर-रांझा" के लिए खुद की ड्रेसेस तैयार की थी, जो कि बिगोन एरा के चित्रों से प्रेरित थी। 
श्रीदेवी ने कमल हासन के साथ सबसे ज्यादा फिल्मों में काम किया है। 1983 में आई फिल्म "सदमा" श्रीदेवी की कमल हासन के साथ आखिरी फिल्म थी।

अमिताभ बच्चन ने फिल्म "चालबाज" के लिए श्रीदेवी को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया। एक दशक बाद श्रीदेवी ने फिल्म "ब्लैक" के लिए अमितभा बच्चन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया।

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