Movie Review: जीवन, मृत्यु और कर्म पर एक बेहतरीन ब्लैक कॉमेडी है कालाकांडी

Movie Review: जीवन, मृत्यु और कर्म पर एक बेहतरीन ब्लैक कॉमेडी है कालाकांडी

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-12 08:07 GMT
Movie Review: जीवन, मृत्यु और कर्म पर एक बेहतरीन ब्लैक कॉमेडी है कालाकांडी

फिल्म का नाम: कालाकांडी
प्रोड्यूसर: रोहित खट्टर
कास्ट: सैफ अली खान, दीपक डोबरियाल, विजय राज, कुणाल रॉय कपूर, नील भूपालम, शोभित, ईशा तलवार, अक्षय ओबेरॉय
डायरेक्टर: अक्षत वर्मा
जॉनर: ब्लैक कॉमेडी
रेटिंग: 2.5

निर्देशक परिचय 

आपने आमिर खान के भांजे की फिल्म डेली बेली तो जरूर देखी होगी। फिल्म देखकर आप हंस हंस का लोटपोट भी हो गए होंगे। इस फिल्म की कहानी अक्षत वर्मा ने लिखी थी। वहीं अक्षत वर्मा अब कालाकांडी से अपना निर्देशन डेब्यू कर रहे हैं। फिल्मा कालाकांडी में मुख्य भूमिका में सैफ अली खान हैं। आइए जानते हैं कि इस बार ब्लैक कॉमेडी पर बनी यह फिल्म दर्शकों को कहां तक पसंद आती है। फिल्म में सैफ अली खान के अलावा दीपक डोबरियाल, विजय राजस, कुणाल राय कपूर, अक्षय ओबेरॉय भी हैं। 

कहानी

"कालाकांडी" मराठी भाषा में एक ऐसी चीज है जब निराशाजनक रूप से जीवन में सब कुछ गलत होने लगता है। फिल्म जीवन, मृत्यु और कर्म के बारे में एक डॉर्क कॉमेडी है। इस फिल्म की कहानी कुछ ऐसी है कि मुख्य किरदार सैफ अली खान को पेट में कुछ दिक्कत लगती जिसके बाद वो डॉक्टर से मिलता है। डॉक्टर उसे पेट का कैंसर बता देते हैं। इस रिपोर्ट का पता चलते ही वह परेशान हो जाता है और सोचता है कि जब उसने कभी अपनी लाइफ में किसी प्रकार का नशा नहीं किया, शराब, पान, गुटखा और ड्रग्स जैसी चीजों से दूर रहा इसके बाद भी उसे कैंसर हो गया। तो वह फैसला करता हैं कि अब जिंदगी के बचे दिन वह ऐसे जिएगा जैसे आज उसका आखिरी दिन है। ऐसी लाइफ जो उसने पहले कभी नहीं जी थी। इस बीच कहानी में दीपक डोबरियाल और विजय राज की एंट्री होती है जिन्हें ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने का लालच होता है। फिल्म की स्टार्ट में सिंपल लुक में दिखने के बाद सैफ अली खान एक दम से अपना रूप बदल लेते हैं। अजीब हेयर बैंड वाला हेयरस्टाइल और पीले फर वाला लुक में सैफ रात में सड़कों पर घूमते दिखते हैं। इसके अलावा फिल्म में शोभिता धुलिपाला और कुणाल रॉय कपूर का प्यार और अक्षय ओबरॉय का लस्ट देखने को मिलता है। इस फिल्म के कई सीन्स फिल्म डेल्ही बेली की याद भी दिलाएंगे। कहानी कुछ-कुछ फिल्म एक चालिस की लास्ट लोकल की तरह लगती है। कहानी में कैसे सारे किरदार एक अचानक एक दूसरे की जिंदगी में एंटर होते हैं और एक दूसरे के साथ फंस जाते हैं ये देखना काफी दिलचस्प है।

पटकथा और निर्देशन

फिल्म की पटकथा की बात की जाए तो वह बड़ी मजाकियां है, अक्षत ने डेली बेली की तरह ही बागती दौड़ती कहानी लिखी है। ब्लैक कॉमेडी देखने के शौकीन लोगों को ही यह फिल्म पसंद आएगी। फिल्म के संवाद जबरदस्त हैं, फिल्म में काफी संवादों में लस्ट नजर आता है। गालियों और डबल मीनिंग की तो बौछार है। एक्ट्रेस का ये कहना कि पूरे देश को कामसूत्र सिखा दूंगी, दर्शकों को खासा पसंद आएगा। वहीं निर्देशन की बात की जाए तो अक्षत ने पहली फिल्म के लिहाज से बेहतरीन निर्देशन किया है। रात के दृश्य अच्चे फिल्माए गए हैं।

अभिनय और संगीत

फिल्म में लंबे समय बाद सैफ अली खान का बेहतरीन अभिनय देखने को मिला है। वहीं डीपक डोबरियाल, विजय राज ने हमेशा की तरह अपना सबसे बेस्ट परफार्मेंस दिया है। बाकी कलाकारों में कुणाल रॉय कपूर, नील भूपालम, शोभित, ईशा तलवार, अक्षय ओबेरॉय ने भी औसत अभिनय किया है। फिल्म का संगीत भी ठीक ठाक है। 

क्यों देखें

अगर आप ब्लैक कॉमेडी देखने के शौकीन हैं तो फिल्म कालाकांडी आपको गुदगुदाएगी। वहीं अगर आप सैफ अली खान, डीपक डोबरियाल और विजय राज के फैन हैं तो यह फिल्म आपके लिए अच्छा टाइमपास का काम करेगी। 


 

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