Movie Review: अक्षय खन्ना के अभिनय तक ही सीमित है फिल्म 'इत्तेफाक'

Movie Review: अक्षय खन्ना के अभिनय तक ही सीमित है फिल्म 'इत्तेफाक'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-04 05:21 GMT
Movie Review: अक्षय खन्ना के अभिनय तक ही सीमित है फिल्म 'इत्तेफाक'

फिल्म "इत्तेफाक" सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। यह एक थ्रिलर मर्डर मिस्ट्री फिल्म है। यह फिल्म 1969 में आई राजेश खन्ना और नंदा की फिल्म का रीमेक है। 1969 में फिल्म "इत्तेफाक" को यश चोपड़ा ने निर्देशित किया था। यह फिल्म 1965 की अमेरिकन फिल्म "साइनपोस्ट टू मर्डर" की रीमेक थी। जिसके बाद 2017 में इस फिल्म का सीक्वल रिलीज किया गया है। जिसे शाहरुख खान के बैनर रेड चिलिच एंटरटेनमेंट, धर्मा प्रोडक्शन और बीआर स्टूडियो ने मिलकर प्रोड्यूस किया है। 48 साल बाद इस कहानी को एक नए तरीके से पेश किया गया है। आइए जानते हैं कि फिल्म दर्शकों को कितना सस्पेंस का मजा देती है।

फिल्म का नाम: इत्तेफाक
डायरेक्टर: अभय चोपड़ा
स्टार कास्ट: सिद्धार्थ मल्होत्रा, सोनाक्षी सिन्हा, अक्षय खन्ना, मंदिरा बेदी (केमियो)
अवधि: 1 घंटा 47 मिनट
सर्टिफिकेट: U/A
रेटिंग: 3.5 स्टार

स्टोरी:  


फिल्म "इत्तेफाक" की कहानी राइटर विक्रम सेठी (सिद्धार्थ मल्होत्रा) और माया (सोनाक्षी सिन्हा) के चारों ओर घूमती है। एक रात विक्रम की पत्नी कैथरीन सेठी और माया के पति वकील शेखर सिन्हा का मर्डर हो जाता है। पुलिस के शक की सुईं इस हत्या के लिए विक्रम और माया पर ही घूमती है। पुलिस पूछताछ में दोनों अलग-अलग बयान देते हैं। इस कहानी में तीन कथाएं हैं...जो इंवेस्टिगेशन अधिकारी देव (अक्षय खन्ना) को सोचने पर मजबर कर देती है। देव विक्रम और माया के झूठ में से सच की तलाश में रहता है। विक्रम इंस्पेरक्टर देव को बताता है कि उसकी गाड़ी का एक्सीडेंड होने के बाद वह माया के पास मदद के लिए जाता है, वहीं माया देव को बताती है कि विक्रम जबरदस्ती उसके घर में घुसा है। इंवेस्टिगेशन ऑफिसर देव इस डबल मर्डर मिस्ट्री को कैसे सुलझा पाता है यह जानने के लिए आपको सिनेमाघर का रुख करना पड़ेगा। 

निर्देशन और पटकथा: 

फिल्म की कहानी जितनी दिलचस्प है उतनी ही सस्पेंस से भरी भी है। डबल मर्डर मिस्ट्री की तहकीकात को फिल्म में इस तरह से बुना गया है कि आप थिएटर में कुर्सी से चिपक जाएंगे। जिन्होंने पहली फिल्म देखी है, उन्हें भी मजा आ जाएगा। समा बांधने के लिए निर्देशक अभय चोपड़ा ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। इस फिल्म का सबसे बड़ी खासियत यही है कि पूरी फिल्म के दौरान कातिल को लेकर सस्पेंस बना रहता है, जो किसी भी थ्रिलर फिल्म के लिए सबसे बड़ी चीज है। फिल्म में इंटेरोगेशन के कई सारे सीन हैं, हालांकि इस फिल्म का क्लाइमेक्स थोड़ा और बेहतर किया जा सकता था। फिल्म की लाइटिंग कहानी के मूड का खास बनाती है।  

अभिनय और संगीत: 

सिद्धार्थ मल्होत्रा ने इस फिल्म में काफी बेहतरीन अभिनय किया है। वहीं सोनाक्षी सिन्हा ने भी फिल्म में ठीक-ठीक काम किया है। लंबे समय बाद अक्षय खन्ना की जबरदस्त एक्टिंग देखने को मिली है। फिल्म में इंस्पेक्टर की भूमिका में अक्षय खन्ना तारीफ के काबिल हैं। अपनी खास तरह की संवाद अदायगी और फेसियल एक्सप्रेशन से बांधे रखते हैं। इस फिल्म का एक सॉन्ग पहले ही रिलीज किया गया था जो सुनने में अच्छा लगता है। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर आपको बांधे रखता है। फिल्म में माइकल लुक्का की सिनेमेटोग्राफी अच्छी है। 

क्यों देखें:

फिल्म "इत्तेफाक" को देखने की दो वजहें हो सकती है, पहली ये कि आप क्राइम, थ्रिलर मूवी देखने के शौकीन है, और दूसरी वजह यह हो सकती है कि आप सोनाक्षा और सिद्दार्थ या अक्षय खन्ना के फैन है। बाकि फिल्म इस हफ्ते रिलीज हुई रिब्बन मूवी से बेहतर है। फिल्म की कमजोर कड़ी की बात करें तो सिद्दार्थ और माया के बीच फिल्माए सीन आपको बोर कर सकते हैं। कई जगह आपको लग सकता है कि मजा नहीं आ रहा, लेकिन अक्षय खन्ना आपको कहीं जाने नहीं देंगे।  

फिल्म का बजट

फिल्म इत्तेफाक का बजट करीब 20 करोड़ बताया जा रहा है। 1500 से ज्यादा स्क्रीन पर फिल्म को भारत में रिलीज किया गया है। इसके साथ ही विदेशों में भी इसकी अच्छी रिलीज होने वाली है। 

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