फिल्म शराबी के नत्थूलाल का है आज 96वां जन्मदिन

फिल्म शराबी के नत्थूलाल का है आज 96वां जन्मदिन

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-05 08:38 GMT
फिल्म शराबी के नत्थूलाल का है आज 96वां जन्मदिन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिन्दी सिनेमा पर अपनी कॉमेडी की छाप छोड़ने वाले दिग्गज कॉमेडियन और एक्टर मोहम्मद उमर मुकरी का आज 96वां जन्मदिन है। मोहम्मद मुकरी का जन्म 5 जनवरी 1922 को अलीबाग, कोंकन में हुआ था। वह बहुत ही साधारण से परिवार से ताल्लुक रखते थे। छोटी हाइट और गोल से चेहरे वाले मुकरी हिंदी फिल्म के परदे पर जब-जब आते थे, उन्हे देख दर्शकों के चेहरे खिल उठते थे। 

कहते हैं ना किस्मत का लिखा कभी बदलता नहीं। खुद मुकरी ने भी कभी नहीं सोचा था कि वो एक दिन बड़े पर्दे पर आकर अपने कॉमेडी के जौहर से पूरी दुनिया को अपना मुरीद कर देंगे। दरअसल मुकरी का कैमरे के सामने आना उनकी किस्मत थी। शुरुआत में मुकरी बांबे टाकीज में सहायक निर्देशक का काम करते थे। बांबे टॉकीज की मालकिन मशहूर अभिनेत्री देविका रानी अक्सर मुकरी को देखा करती थीं। उनका छोटा कद, गोल-मटोल चेहरा और उनकी वह अलग-सी मुस्कान, जिसे देखते ही देविका रानी हंसे बिना न रह पाती थीं, वह अक्सर सोचती थीं कि यह आदमी कैमरे के पीछे की बजाय परदे पर ठीक रहेगा। इसमें बिना बोले ही हंसाने की भरपूर क्षमता है, बस फिर क्या था देविका ने मुकरी को फिल्म "प्रतिमा" (1944) ऑफर कर दी। यह मुकरी की पहली फिल्म "प्रतिमा" थी। और इसमें उन्होंने दिलीप साहब के साथ काम किया था। 

नत्थूलाल का कैरेक्टर फिल्म शराबी में हुआ था फेमस

1985 में आई अमिताभ बच्चन की बेहतरीन फिल्म शराबी का एक डायलॉग तो आपको याद ही होगा "भई वाह जवाब नहीं आपकी मूंछों का... मूंछें हों तो नत्थूलाल जी जैसी, वर्ना न हों..." इस फिल्म में अमिताभ और मुकरी की इस जोड़ी ने नत्थूलाल के कैरेक्टर को आज तक लोगों के जहन में जिंदा रखा है। मुकरी का निभाया हुआ नत्थूलाल का चरित्र इतना लोकप्रिय हुआ था कि प्रकाश मेहरा ने अपनी अगली फिल्म "जादूगर" में भी मुकरी और उनके नत्थूलाल के चरित्र को दुबारा रिपीट किया था। 

वैसे बता दें कि 70 और 80 के दशक में टिंकू जी यानी मोहम्मद उमर ‘मुकरी’ की जोड़ी लम्बू जी यानी अमिताभ के साथ खूब जमी थी। शराबी, नसीब, मुक़द्दर का सिकंदर, लावारिस, महान, कुली और फिर ‘अमर अकबर अन्थोनी’ में तय्यब अली का रोल, मुकरी ने अपनी अदायगी से अमर कर दिया था।

दिलीप कुमार से थी खासी दोस्ती

आज से 96 साल पहले आज के ही दिन जन्में मुकरी और दिलीप साहब बहुत ही खास दोस्त थे। मुकरी और दिलीप कुमार बम्बई के एक ही स्कूल में साथ पढ़े हैं। जिन दिनों दिलीप कुमार अपनी पढ़ाई खत्म करके, अपने वालिद से गुस्सा होकर पूणे की मिलिट्री कैंटीन में नौकरी कर रहे थे, तब उनका दोस्त मुकरी एक मदरसे में बच्चों को इस्लाम की तालीम देता था। बता दें कि मुकरी फिल्मों में दिलीप से पहले आए थे।

एक बार मुकरी साहब बोला था कि- "मेरा और यूसुफ मियां का याराना कुछ ऐसा था जिसे बस हम ही समझ सकते थे। जब मेरी शादी हुई तो वो इतने खुश थे जैसी खुद उनकी शादी हो रही हो। मेरे साथ शरारत का कोई मौका छोड़ते नहीं थे। शादी वाले दिन मैं अरबी लिबास में दूल्हा बना था। एक तरफ शेख मुख्तार मेरी ऊंगली पकडे हुए थे और दूसरी तरफ यूसुफ भाई। जब हम लोग पैदल भिन्डी बाजार से गुजरे तो मैं कभी शेख मुख्तार के चेहरे को देखता कभी यूसुफ मियां की शक्ल को। ऐसा लग रहा था जैसे ये दोनों मेरी ऊंगली पकड़ कर मेरा खतना कराने ले जा रहे हों"। इस बात को बताते समय खुद मुकरी साहब अपनी हंसी नहीं रोक पाए थे। 

गौरतलब है कि दिलीप कुमार ने जिन चंद दोस्तों का जिक्र अपनी आत्मकथा में किया है, उनमें राजकपूर, प्राण, डायरेक्टर एस.यू.सन्नी के साथ मुकरी की यादें भी सहेजी हैं। 

600 फिल्मों में अपनी अदाकारी का दिखाया जौहर

78 बरस के जीवन में मुकरी 50 साल तक फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े रहे और करीब 600 फिल्मों में अपनी अदाकारी के जौहर दिखाया। वैसे तो महत्वपूर्ण होने के बावजूद, एक हास्य कलाकार, सिर्फ एक हास्य-कलाकार ही होता है लेकिन मुकरी अपनी इन 600 फिल्मों में कुछ ऐसी फिल्में भी दे गए जिनमें से अगर उनके रोल को निकाल दिया जाय तो पूरी फिल्म लड़खड़ाने लगेगी।

4 सितंबर, साल 2000 को मुंबई के लीलावती अस्पताल में मुकरी ने लंबी बीमारी से जूझते हुए इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 

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