आखिर औरतों पर ही क्यों बनी हैं गालियां ? जानें इसका जवाब

आखिर औरतों पर ही क्यों बनी हैं गालियां ? जानें इसका जवाब

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-22 08:59 GMT
आखिर औरतों पर ही क्यों बनी हैं गालियां ? जानें इसका जवाब

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। हम एक ऐसे दुनिया में रहते हैं, जहां बिना गाली कोई बात पूरी नही होती है। आलम यह है कि सुबह-सुबह मुंह पर भगवान का नाम नहीं होता है, लेकिन b***C***d होता है। वो कहते हैं न कि इस दुनिया में कोई भी चीज बिना कारण के नहीं होती। हर चीज के होने के पीछे कोई न कोई कारण जरूर होता है। ऐसे ही कई बार कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिनसे हमारा सामना रोज होता है। आमतौर पर हम सब अपने दोस्तों के बीच में "गाली" का यूज करते हैं। हमारी ज्यादातर गालियों औरतों को लेकर ही होती हैं। हम किसी आदमी को गाली देते हैं, तो उसमें मां आ जाती है और किसी जानवर को गाली देते हैं, तो उसमें बहन आ जाती है। हम हमेशा यही बोलते हैं न कि "तेरी मां की" या "तेरी बहन की"। लेकिन कभी आपने सोचा क्या कि ऐसा क्यों होता है? कभी "तेरे बाप की" या "तेरे भाई की" ऐसे गाली क्यों नहीं देते हम? आपने नहीं सोचा होगा और आपने तो क्या किसी ने भी इस बारे में नहीं सोचा होगा, लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं इसके पीछे का कारण।

क्या है गाली का कच्चा-चिठ्ठा?

इतिहासकार सुसन ब्राउनमिलर ने एक किताब लिखी थी "Against our will: men, women and rape"। इस किताब में उन्होंने बलात्कार के इतिहास के बारे में बताया था। उनका कहना है कि जब धीरे-धीरे मनुष्य ने विकास करना शुरु किया, तो उसे पता चला कि उसके अंग डर पैदा करने के लिए हथियार के रूप में इस्तेमाल किए जा सकते हैं, ये उसकी सबसे बड़ी खोज थी। धीरे-धीरे फिर मर्दों को पता चला कि वो बलात्कार कर सकते हैं, तो उन्होंने बलात्कार करना शुरू कर दिया। उनका मानना है कि शायद इसी के बाद से गाली की शुरुआत हुई और फिर लोगों ने गाली देना शुरु कर दिया। इसके लिए वो मनुष्य की शारीरिक बनावट को दोषी मानती हैं। उनका कहना है कि पुरुष और महिला की लैंगिक बनावट में काफी अंतर है। पुरुष के मुकाबले महिलाओं की बनावट काफी कमजोर है। इसके पीछे आदमियों का ताकतवर होना और औरतों का कमजोर होना भी कारण माना जा सकता है।

क्यों देते हैं हम गाली?

इसके पीछे हमारा मूड हो सकता है। दरअसल, जब हम किसी के काम से खुश होते हैं या फिर खुश रहते हैं, तो हम उसे गाली की बजाय उसकी तारीफ करते हैं। लेकिन जब हमारा दिमाग खराब रहता है या फिर हमें किसी की बेज्जती करनी होती है, तो फिर हम उसके लिए गाली का उपयोग करते हैं। आजकल दोस्तों के बीत में लड़कों का गाली देना आम सा हो गया है, ऐसा इसलिए क्योंकि धीरे-धीरे गाली हमारी लैंग्वेज में शामिल हो गई है और फिर हम न चाहते हुए भी गाली का इस्तेमाल करने लगते हैं।

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