न्यूज क्रेडिबिलिटी प्रोग्राम के लिए फेसबुक ने उठाया ये कदम

न्यूज क्रेडिबिलिटी प्रोग्राम के लिए फेसबुक ने उठाया ये कदम

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-10 16:58 GMT
न्यूज क्रेडिबिलिटी प्रोग्राम के लिए फेसबुक ने उठाया ये कदम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने झूठी खबरें फैलाकर हिंसा को बढ़ावा देने वाली खबरों से निजात पाने के लिए विशेषज्ञों की तलाश शुरू कर दी है। फेसबुक को दो विशेषज्ञों की तलाश है, जिसमें एक स्पेनिश भाषा का जानकार हो। "न्यूज क्रेडिबिलिटी प्रोग्राम" के लिए फेसबुक ने यह रणनीति अपनाई है। फेसबुक के नियम के अनुसार, उसकी नीतियों का उल्लंघन करने वाले अकाउंट और विषय-वस्तु को हटाना, अविश्वसनीय सामग्री के वितरण को रोकना और लोगों को उनके द्वारा देखे जाने वाले पोस्ट में अधिक संदर्भ प्रदान कर उन्हें सूचना देना शामिल है।

 

बता दें कि इन दिनों फेसबुक को दुनिया के कई देशों में राजनीतिक छल-कपट में उसकी भूमिका को लेकर आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा है। हाल ही में फेसबुक म्यांमार में नागरिकता से वंचित किए गए रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरे पोस्ट का प्रसार रोकने में विफल रहने के कारण नस्ली संघर्ष को बढ़ावा देने के आरोप में भी जांच के घेरे में आया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक ने यूजर्स की जानकारी साझा करने के लिए कर्इ कंपनियों के साथ गोपनीय समझौता किया था।

 

प्राइवेसी को लेकर भी विवादों में फेसबुक

दूसरी तरफ अपने यूजर्स डेटा प्राइवेसी को लेकर फेसबुक लगातार विवादों में है। एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक ने कुछ कंपनियों के साथ एक गोपनीय समझौता किया था जिसके तहत उन कंपनियों को यूजर्स के डेटा रिकॉर्ड का स्पेशल एक्सेस दिया गया। एक रिपोर्ट में डेटा-शेयरिंग डील की जानकारी सामने आई है। इस मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि फेसबुक ने कुछ कंपनियों के साथ समझौते किए जिन्हें इंटर्नली "व्हाइटलिस्ट" के नाम से जाना जाता है। 

 

इन समझौतों के तहत, कुछ कंपनियों को यूजर के फेसबुक फ्रेंड्स जैसी अतिरिक्त जानकारियों का एक्सेस दिया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन कंपनियों के पास यूजर के फोन नंबर्स देखने की भी सुविधा थी।

 

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