दिल्ली के होटलों में लगाए गए 3000 कोरोना बेड
दिल्ली के होटलों में लगाए गए 3000 कोरोना बेड
नई दिल्ली, 24 जून (आईएएनएस)। एलएनजेपी अस्पताल के पास एक बैंक्वेट हॉल में 100 बेड का कोरोना सेंटर शुरू किया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को इस सेंटर का दौरा किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, दिल्ली के अस्पतालों के साथ मिलकर अलग-अलग होटलों में इस तरह लगभग 3000 बेड के शुरू किए हैं।
जिन होटलों को अस्पतालों के साथ जोड़कर कोरोना रोगियों लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, उनमें सिद्धार्थ होटल, पुलमैन होटल, ताज मानसिंह, सूर्या, शेरेटन होटल आदि शामिल हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, आज एक बैंक्वेट हॉल में हमने 100 बेड का कोरोना सेंटर शुरू किया है। हर बेड पर ऑक्सीजन है। अब इस तरह से पूरी दिल्ली में कई बैंक्वेट हॉल में कोरोना सेंटर बनाए जाएंगे। डॉक्टर फॉर यू एक एनजीओ है, जो इसकी जिम्मेदारी ले रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, जिन मरीजों को आईसीयू में जाने की जरूरत नहीं है, वे मरीज यहां रह सकते हैं। यदि किसी मरीज की हालत गंभीर होती है, तो उसे तुरंत सड़क पार स्थित एलएनजेपी अस्पताल में लेकर जाया जा सकता है। इस तरह का यह पहला बैंक्वेट हाल शुरू हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे लगता है कि केंद्र सरकार ने सभी कोविड मरीजों को कोरोना केयर सेंटर भेजने का जो यह नया आदेश निकाला है, वह सही नहीं है। पहले किसी व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आती थी। हम उसके घर डॉक्टर भेजते थे। डॉक्टर से घर जाकर देखता था कि उसे अस्पताल जाने की जरूरत है या घर रहने की आवश्यकता है। अगर उसको अस्पताल जाने की जरूरत है, तो उसे अस्पताल भेज देते थे और यदि उसको घर पर रहने की जरूरत है, तो डॉक्टर पूरे परिवार को बैठाकर उन्हें बताता था कि क्या-क्या करना है। इसके अलावा अगले दिन से उस मरीज के पास रोज डॉक्टर के फोन जाते थे। अब केंद्र सरकार ने आदेश निकाला है कि अगर कोई कोरोना पॉजिटिव होगा तो डॉक्टर उसके पास नहीं जाएगा, बल्कि उसे कोविड सेंटर में आकर लाइन में लगना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि आप 103 या 102 डिग्री बुखार वाले व्यक्ति को लाइन में क्यों खड़े कर रहे हो। केजरीवाल ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि हम सभी मिलकर काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और सारी संस्थाएं मिलकर काम कर रही हैं। केंद्र सरकार ने जिस भी कारण से यह आदेश जारी किया है। हो सकता है कि कोई गलतफहमी रही हो, अब उस आर्डर को वापस ले लेना चाहिए।
-- आईएएनएस