सऊदी की पीआईएफ जियो प्लेटफॉर्म्स में 11367 करोड़ रुपये का निवेश करेगी

सऊदी की पीआईएफ जियो प्लेटफॉर्म्स में 11367 करोड़ रुपये का निवेश करेगी

IANS News
Update: 2020-06-18 13:31 GMT
सऊदी की पीआईएफ जियो प्लेटफॉर्म्स में 11367 करोड़ रुपये का निवेश करेगी

नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। रिलायंस इंडस्ट्रीज की जियो प्लेटफॉर्म्स में महज आठ सप्ताह के अंदर 11वां बड़ा निवेश हुआ है। अब सऊदी अरब के पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड (पीआईएफ) ने जियो प्लेटफॉर्म में 11,367 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है।

इस निवेश के बदले में पीआईएफ को जियो में 2.32 फीसदी हिस्सेदारी मिलेगी। यह सौदा 4.91 लाख करोड़ रुपये के इक्विटी वैल्यू पर किया गया है। वहीं अब जियो की इंटरप्राइजेज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है। अब तक आठ सप्ताह के अंदर जियो के जरिए आरआईएल ने कुल 115693.95 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं।

मुकेश अंबानी की जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश का सिलसिला पिछले 58 दिनों से जारी है। जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश 22 अप्रैल को फेसबुक से शुरू हुआ था। अप्रैल में अमेरिकी कंपनी फेसबुक ने जियो में 5.7 अरब डॉलर यानी करीब 43,574 करोड़ रुपये निवेश करने का एलान किया था। इसके बाद सिल्वर लेक पार्टनर ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 1.15 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5,655.75 करोड़ रुपये के निवेश का एलान किया। बाद में सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में अतिरिक्त 4,546.80 करोड़ रुपये के निवेश का भी एलान किया, जिसके बाद कंपनी में उसकी हिस्सेदारी बढ़कर 2.08 फीसदी हो जाएगी।

इसके बाद विस्टा इक्विटी, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला और सिल्वर लेक ने अतिरिक्त निवेश किया था। उसके बाद अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए), टीपीजी और एल कैटरटन ने भी निवेश की घोषणा की थी।

विस्टा ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 2.32 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 11,367 करोड़ के निवेश का एलान किया।

जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की फुली ओन्ड सब्सिडियरी है और ये एक नेक्स्ट जनरेशन तकनीकी कंपनी है, जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है।

सऊदी अरब के वेल्थ फंड पीआईएफ ने भारतीय अर्थव्यवस्था में अपना आज तक का सबसे बड़ा निवेश किया है। यह निवेश पीआईएफ की रणनीति और कंपनियों में निवेश के अनुरूप है, जो उनके विजन 2030 के तहत निवेश कर रहा है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, हमने कई दशकों तक सऊदी अरब के साथ अपने बेहतर और फलदायी संबंधों का आनंद उठाया है। पीआईएफ के जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश से स्पष्ट है कि तेल अर्थव्यवस्था से आगे बढ़कर यह संबंध अब भारत के न्यू ऑयल यानी डेटा-अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा, सऊदी अरब साम्राज्य में आर्थिक परिवर्तन के लिए पीआईएफ की भूमिका की मैं प्रशंसा करता हूं। मैं जियो प्लेटफॉर्म्स में एक महत्वपूर्ण निवेशक के रूप में पीआईएफ का स्वागत करता हूं और उनके निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन की उम्मीद करता हूं, क्योंकि हम 130 करोड़ भारतीयों के जीवन को समृद्ध और सशक्त बनाने के लिए और भारत में डिजिटल बदलाव को गति देने के लिए कई महत्वाकांक्षी कदम उठा रहे हैं।

रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड, जिसके पास 38.8 करोड़ मोबाइल ग्राहक है, वह जियो प्लेटफार्म्स की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बनी रहेगी। मुकेश अंबानी ने अपनी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को मार्च 2021 से पहले कर्जमुक्त बनाने का लक्ष्य पिछले साल अगस्त में तय किया था।

पीआईएफ के गवर्नर महामहिम यासिर अल-रुम्यायन ने इस सौदे के बाद कहा, हमें एक इनोवेटिव व्यवसाय में निवेश करने की खुशी है, जो भारत में प्रौद्योगिकी क्षेत्र के परिवर्तन में सबसे आगे है। हम मानते हैं कि भारतीय डिजिटल अर्थव्यवस्था की क्षमता बहुत अधिक है और हमें उस विकास तक पहुंचने का एक शानदार अवसर प्रदान करेगा।

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