शिवराज ने कोरोनाकाल में सोशल मीडिया को बनाया संवाद का माध्यम

शिवराज ने कोरोनाकाल में सोशल मीडिया को बनाया संवाद का माध्यम

IANS News
Update: 2020-05-22 10:00 GMT
शिवराज ने कोरोनाकाल में सोशल मीडिया को बनाया संवाद का माध्यम

भोपाल, 22 मई (आईएएनएस)। कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का सबसे बड़ा हथियार माना गया है, यही कारण है कि तमाम लोग तकनीक के सहारे संवाद स्थापित कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी तकनीक के सहारे लोगों तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं और लोगों की राय व समस्या को जान रहे हैं।

उन्होंने लगभग 60 दिन में 149 घंटे तकनीक के सहारे संवाद किया। मुख्यमंत्री हर रोज ढाई घंटे से ज्यादा वक्त तक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहे।

कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते देशव्यापी लॉकडाउन लागू है। वर्तमान में लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है। शिवराज ने महाराज (ज्योतिरादित्य सिंधिया) की विशेष अनुकंपा की बदौलत 23 मार्च को बतौर मुख्यमंत्री प्रदेश की कमान संभाली थी। उसके बाद 25 मार्च से कोरोना संक्रमण का मामला बढ़ गया। इससे वे सीधे जनता के बीच नहीं जा पाए, लिहाजा उन्होंने तकनीक का सहारा लिया।

आधिकारिक तौर पर उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री चौहान ने नेशनल इंफॉर्मेटिक सेंटर की व्यवस्था और सोशल मीडिया को जनता तक पहुंचने का हथियार बनाया। मुख्यमंत्री ने 81 वीडियो कॉन्फ्रेंस में अलग-अलग वर्गो से कुल 149 घंटो का संवाद किया। उन्होंने 23 मार्च से गुरुवार 21 मई तक ट्विटर पर 58, फेसबुक पर 108 से अधिक वीडियो पोस्ट किए, 22 लाइव इवेंट के माध्यम से मध्यप्रदेश की जनता से सीधी चर्चा की। इसके साथ ही फेसबुक पर उनक पहुंच करीब आठ करोड़ हुई, प्रतिदिन 13 लाख इंप्रेशन फेसबुक हैंडल पर मिले और ट्विटर पर 23 लाख इंप्रेशन प्राप्त हुए।

आधिकारिक ब्यौरे के अनुसार, सीएमओ के फेसबुक अकाउंट पर 23 मार्च के बाद से अब तक मुख्यमंत्री चौहान द्वारा कोरोना संकट की रोकथाम व अन्य व्यवस्थाओं को लेकर लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों व दिशा-निर्देशों की जानकारियों से संबंधित 125 से अधिक वीडियो पोस्ट की गई, जिनकी अन्य पोस्ट के साथ मिलाकर रीच करीब चार करोड़ 65 लाख है। साथ ही, सीएमओ के ट्विटर अकाउंट पर इस दौरान इंप्रेशन करीब 1.42 करोड़ रहे। एक बड़े संवाद सेतु के साथ कोरोना से युद्ध में महायोद्धा बनकर शिवराज सिंह चौहान डिजिटल मैदान में उभरे हैं।

कोरोना संकट में संवाद सेतु के रूप में कार्य कर रहे राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) का उपयोग मुख्यमंत्री के अलावा प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने भी किया। उन्होंने 38 वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए 53 घंटों तक अधिकारियों के साथ ऑनलाइन मीटिंग की है। वहीं स्वास्थ्य, खाद्य, सहकारिता, चिकित्सा शिक्षा, वन, वित्त विभागों द्वारा भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और वीडियो कॉलिंग तकनीक का इस्तेमाल कर कोविड-19 से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यो की समीक्षा की गई।

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