उइगर मुसलमानों के अंगों की कालाबाजारी कर चीन ने कमाए अरबों रूपए- रिपोर्ट

मानवाधिकारों का कत्ल उइगर मुसलमानों के अंगों की कालाबाजारी कर चीन ने कमाए अरबों रूपए- रिपोर्ट

Anupam Tiwari
Update: 2021-10-29 18:49 GMT
उइगर मुसलमानों के अंगों की कालाबाजारी कर चीन ने कमाए अरबों रूपए- रिपोर्ट

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चीन उइगर मुसलमानों के ऊपर अत्याचार को लेकर अक्सर सुर्खियों में बना रहता है। हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन इन उइगर मुसलमानों के अंगो की कालाबाजारी करके अरबों रुपए कमाए हैं। चीन में उइगर मुसलमानों की दयनीय हालत को लेकर दुनिया भर के कई गैर मानव अधिकार संगठन अब तक चिंता जता चुके हैं। हालांकि जब-जब चीन के ऊपर उइगर मुस्लमानों की प्रताड़ना को लेकर सवाल उठा है, तब-तब चीन ने पल्ला झाड़ लिया है। आपको बता दें कि Herald Sun की एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब डेढ़ लाख लोगों को यहां जबरन कैद कर रखा गया है। कैद के दौरान इन मुसलमानों के महत्वपूर्ण शारीरिक अंग जबरन निकाले जा रहे हैं और उनकी नसबंदी भी की जा रही है। इन क्रूरता भरी हरकतों के कारण चीन हमेशा सवालों के घेरे में रहा है लेकिन हमेशा अपने को इससे अलग करता रहा है।

चीन कड़ी निगरानी में इन्हें रख रहा है

गौरतलब है कि चीन में अल्पसंख्यक समुदाय को कड़ी निगरानी में रखा गया है। इन पर सीसीटीवी कैमरों से हर वक्त कड़ी नजर रखी जाती है। जिस इलाके में यह रहते हैं उस इलाके से इन्हें निकलने तक की मनाही है और कई जगहों पर बैरियर लगाए गए हैं ताकि वो इस इलाके से बाहर ना जा सकें। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों को बिना इन्हें पूर्व में सूचित किये ही नष्ट किया जा रहा है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उइगर मुस्लिमों को उनके घरों से खींच-खींच कर "एजुकेशन सेंटर" में भेजा जा रहा है। न्यूजपेपर के मुताबिक इन कैदियों की बुरी तरह पिटाई की जा रही है और इनसे हिंसा कर पूछताछ की जा रही है। मारपीट कर इनसे झूठे जुर्म भी कबूलवाए जा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन अल्पसंख्यकों की आबादी को रोकने के लिए महिलाओं की नसबंदी भी व्यापक पैमाने पर कराई जा रही है। 

ASPI रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

आपको बता दें कि एएसपीआई की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2017 से 2019 के बीच करीब 80,000 उइगर मुसलमानों को देश के विभिन्न फैक्ट्रियों में तस्करी कर ले जाया गया। घर से दूर इन फैक्ट्रियों में इन्हें अलग-अलग रखा जाता है। इनपर सर्विलांस के जरिए कड़ी निगरानी रखी जाती है और इन्हें इनके धार्मिक कार्यों में भी भाग नहीं लेने दिया जाता है। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि यहां एक साल में 1 अरब डॉलर के अंगों की ब्लैक मार्केटिंग की गई है। यह भी कहा गया है कि जिन अस्पतालों में मानव अंग निकाले जाते हैं वो इन डिटेन्शन सेंटर से ज्यादा दूर नहीं हैं।

रिपोर्ट में बताया गया है कि अस्पताल में किये गये ऑपरेशन के आंकड़ों और शॉट वेटिंग लिस्ट से यह पता चलता है कि जबरन अंग निकालने की यह प्रक्रिया काफी लंबे समय से व्यापक पैमाने पर चल रही है। हेराल्ड सन ने आगे अपनी रिपोर्ट में बताया है कि हेल्दी लीवर को ब्लैक मार्केट में लाखों डॉलर में बेचा जा रहा है। लीवर के अलावा किडनी निकाल कर बेचने की बात भी सामने आई है। हालांकि चीन इन सभी आरोपों को निराधार बताता रहा है। चीन का ये अत्याचार देखकर हर किसी का रूह कांप उठेगा।

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