US में ग्रीन कार्ड के लिए हाईक्वालीफाइड भारतीयों को करना होगा 151 साल इंतजार

US में ग्रीन कार्ड के लिए हाईक्वालीफाइड भारतीयों को करना होगा 151 साल इंतजार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-16 13:40 GMT
US में ग्रीन कार्ड के लिए हाईक्वालीफाइड भारतीयों को करना होगा 151 साल इंतजार
हाईलाइट
  • अमेरिका में ग्रीन कार्ड के लिए अभी तक 6
  • 32
  • 219 भारतीय कतार में हैं।
  • ईबी-2 कैटेगरी के आवेदकों को करना पड़ सकता है सबसे ज्यादा इंतजार
  • केटो इंस्टिट्यूट की रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया कि ग्रीन कार्ड के लिए करना होगा 151 साल का इंतजार ।

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। वाशिंगटन के एक रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अनुमान जताया है कि उच्च डिग्रीधारी भारतीयों को अमेरिका में ग्रीन कार्ड के लिए 150 साल से अधिक का इंतजार करना पड़ सकता है। केटो इंस्टिट्यूट ने ग्रीन कार्ड के लिए इंतजार की अवधि पर अपनी गणना के आधार पर यह अनुमान व्यक्त किया है। यह अनुमान अमेरिका के नागरिकता व आव्रजन सेवा विभाग (USCIS) द्वारा हाल ही में जारी किए गए आवेदनों की संख्या पर बेस्ड है। 

 

ईबी-2 श्रेणी आव्रजक करेंगे सबसे ज्यादा इंतजार

इस रिपोर्ट में 2017 में जारी किए गए ग्रीन कार्ड की संख्या को भी ध्यान में रखा गया है। जिसके अनुसार 20 अप्रैल, 2018 तक 6,32,219 भारतीय आव्रजक और उनके पति/पत्नी व अल्पवयस्क बच्चे ग्रीन कार्ड के लिए इंतजार में थे। बता दें कि ग्रीन कार्ड से अमेरिका में स्थायी नागरिकता मिल जाती है। केटो इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार विभिन्न श्रेणी के कौशल वाले आव्रजकों को ग्रीन कार्ड की प्रतीक्षा अवधि भी अलग-अलग है। इसमें सबसे कम प्रतीक्षा अवधि ईबी-1 श्रेणी के आव्रजकों की है। वहीं सबसे अधिक प्रतीक्षा अवधि ईबी-2 श्रेणी के आव्रजकों के लिए है। 

 

H-1B वर्क वीजा पर जाने वालों पर बुरा असर 

रिपोर्ट के अनुसार, जिस गति से वीजा जारी किए जा रहे हैं, ईबी-2 श्रेणी के आव्रजकों को ग्रीन कार्ड के लिए 151 साल इंतजार करना होगा। बशर्ते कि कानून में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया जाए। ग्रीन कार्ड अमेरिका में स्थायी रूप से बसने और काम करने का अधिकार देता है। अमेरिका के मौजूदा कानून के तहत एक वित्त वर्ष में किसी भी देश के सात फीसदी से अधिक नागरिकों को ग्रीन कार्ड नहीं दिया जा सकता है। स्थायी निवास में सात फीसदी कोटे का बुरा असर भारतीय-अमेरिकियों पर पड़ रहा है। इनमें से ज्यादातर भारतीय उच्च डिग्री धारक होते हैं और वे मुख्य रूप से H-1B वर्क वीजा पर अमेरिका जाते हैं। 

 

ग्रीन कार्ड की कतार में 6,32,219 भारतीय 

सभी 3,06,400 प्राइमरी इंडियन आवेदक अपने ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे हैं। उनकी पत्नियां और बच्चों की संख्या जोड़ लें तो ग्रीन कार्ड के लिए अभी तक 6,32,219 भारतीय कतार में हैं। बता दें कि 2017 में 22,602 भारतीयों को लीगल परमानेंट रेजिडेंसी कार्ड जारी किया गया। आंकड़ों के मुताबिक, इनमें से 13,082 ईबी-1 कैटेगरी, 2,879 ईबी-2 कैटेगरी के और 6,641 ईबी-3 कैटेगरी के थे। इस प्रकार ईबी-2 कैटेगरी के 69 फीसदी बैकलॉग में से महज 13 फीसदी को ही 2017 में ग्रीन जारी किया गया था। 
 

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