अमेरिका में 100 भारतीय छात्र हिरासत में, इमिग्रेशन के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप

अमेरिका में 100 भारतीय छात्र हिरासत में, इमिग्रेशन के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-31 13:23 GMT
अमेरिका में 100 भारतीय छात्र हिरासत में, इमिग्रेशन के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप
हाईलाइट
  • 600 अन्य छात्रों कोको इमिग्रेसन के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में वॉरंट इशू किया गया है।
  • अमेरिकन तेलुगु एसोसिएशन (ATA) ने फेसबुक पोस्ट पर इसकी जानकारी दी है।
  • अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 100 भारतीय छात्रों को हिरासत में लिया है।

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। यूएस होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट, यूएस इमिग्रेशन और कस्टम इंफोर्समेंट एजेंसी ने बुधवार को अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 100 भारतीय छात्रों को हिरासत में लिया है। जबकि 600 अन्य छात्रों कोको इमिग्रेशन के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में वॉरंट इशू किया गया है। दरअसल यूएस होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट ने इमिग्रेशन के नियमों का उल्लंघन करने वालों की पहचान के लिए कोवर्ट ऑपरेशन लॉन्च किया था। इसके तहत मिशिगन के फर्मिंग्टन हिल्स में एक फर्जी यूनिवर्सिटी स्थापित की गई थी। जिन छात्रों को हिरासत में लिया गया है उन सभी ने इस यूनिवर्सिटी में अपना इनरोलमेंट कराया था। अमेरिकन तेलुगु एसोसिएशन (ATA) ने फेसबुक पोस्ट पर इसकी जानकारी दी है।

2015 में स्थापित की गई यूनिवर्सिटी एक फेडरल लॉ इंफोर्समेंट अंडरकवर ऑपरेशन का हिस्सा था। इस ऑपरेशन का मकसद इमिग्रेशन फ्रॉड को अंजाम देने वाले लोगों की पहचान करना था। इस मामले में छात्रों की भर्ती करने वाले 8 लोगों पर साजिश में शामिल होने का आरोप लगा है। बताया रहा है कि इन लोगों ने 600 से ज्यादा विदेशी नागरिकों की अवैध रूप से अमेरिका में रहने में मदद की है। चार्जशीट में कहा गया है कि सभी इनरोल्ड छात्र किसी रैकेट का शिकार नहीं हुए है बल्कि जानबूझकर उन्होंने ऐसा किया है। वे सभी जानते थे कि यूनिवर्सिटी में एडमिशन के बाद न तो उन्हें क्लास अटेंड करना पड़ेगा और न ही उन्हें डिग्री मिलेगी। इस साजिश में शामिल जिन आठ लोगों की पहचान हुई है उनका नाम बराथ काकीरेड्डी, सुरेश कंडाला, फानीदीप करनाटी, प्रेम रामपीसा, संतोष समा, अविनाश, असवंथ नूने और नवीन है। उनमें से छह को डेट्रायट क्षेत्र में और अन्य दो को वर्जीनिया और फ्लोरिडा से गिरफ्तार किया गया है।

वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास और उसके वाणिज्य दूतावास छात्र संगठनों के संपर्क में हैं और मदद की पेशकश की है। वे इस मुद्दे पर अमेरिकी अधिकारियों के संपर्क में भी हैं। अमेरिकन तेलुगु असोसिएशन ने कहा कि 30 जनवरी 2019 को सुबह से ATA की कानूनी टीम और स्थानीय ATA टीमों ने कई विश्वविद्यालयों में जाकर भारतीय छात्र संघों से मुलाकात की है। आगे के ऐक्शन के लिए वे स्टूडेंट्स और प्रभावित पक्षों को गाइडेंस मुहैया करा रहे हैं। ATA 31 जनवरी को 7pm पर इस मामले से संबंधित एक वेबिनार भी आयोजित करेगा। इस दौरान जानकारों की तरफ से स्टूडेंट्स को गाइड किया जाएगा।  
 

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