डांडिया और गरबा हैं दो अलग-अलग डांस फॉर्म, जानिए क्या है फर्क...

डांडिया और गरबा हैं दो अलग-अलग डांस फॉर्म, जानिए क्या है फर्क...

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-24 03:52 GMT
डांडिया और गरबा हैं दो अलग-अलग डांस फॉर्म, जानिए क्या है फर्क...

डिजिटल डेस्क,भोपाल। नवरात्रों में गरबा-डांडिया करना एक परंपरा है। इसे देवी अराधना के साथ-साथ एंटरटेनमेंट का एक अच्छा जरिया भी माना जाता है, क्योंकि ये खुशी का प्रतीक भी है। अब ये ना सर्फ गुजरात में बल्कि पूरे देश में किया जाने लगा है। नवरात्रि के दौरान होने वाले डांडिया नाइट और गरबा के आयोजन की बात ही कुछ और है। आप में से कई लोग डांडिया और गरबा को एक ही मानते हैं, लेकिन इन दोनों में बहुत फर्क होता है। ये दोनों अलग-अलग डांस फाॅर्म हैं। आइए जानते हैं कि इन दोनों के बीच अंतर क्या हैं, जिससे आपको गरबा या डांडिया करते वक्त कोई कंफ्यूजन ना रहे।

एक मां की आरती से पहले, एक बाद में

तकनीकी रूप से देखा जाए तो गरबा और डांडिया में सबसे पहला अंतर यह है कि गरबा, माताजी की आरती से पहले किया जाता है जबकि डांडिया आरती होने के बाद।

स्टिक और स्टेप्स में हैं अंतर

एक खास तरह की रंग-बिरंगी डांडिया स्टिक से डांडिया किया जाता है और इसके डांस स्टेप्स गरबा से अलग और थोड़े कठिन होते हैं।

गरबा दीप के चारों ओर परफॉर्मेंस

पारंपरिक गरबा दीप के चारों ओर परफॉर्म किए जाने वाले डांस को गरबा कहा जाता है। इसमें तालियां बजाकर डांस किया जाता है। क्या आप जानते हैं कि इस डांस फॉर्म का नाम गरबा क्यों है? दरअसल, गरबा, गर्भ शब्द से आया है और गरबा नृत्य मां के गर्भ में पलने वाले बच्चे के जीवन को दर्शाता है।

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गानों में भी है अंतर

गरबा डांस हमेशा गोल-गोल घूमकर किया जाता है जबकि डांडिया के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है और इसे अकेले या जोड़े में किसी भी तरह से कर सकते हैं। डांडिया में जहां राधा-कृष्ण और कृष्ण लीला के गाने गाए या बजाए जाते हैं, वहीं गरबा में बजने वाले ज्यादातर गाने माताजी से जुड़े होते हैं।

स्पेस का भी है अंतर

डांडिया डांस करने के लिए बहुत अधिक जगह की जरूरत होती है और इसलिए इसे किसी कमर्शल वेन्यू पर ही आयोजित किया जा सकता है। जबकि गरबा के लिए अधिक जगह की जरूरत नहीं होती। इसे मंदिर के प्रांगण में या किसी ऐसे पूजा रूम में भी किया जा सकता है जिसमें थोड़ी ज्यादा जगह हो।

पहले सिर्फ महिलाएं करतीं थीं गरबा

आपको जानकर हैरानी होगी कि मूल रूप से जब इन दोनों नृत्य की शुरूआत हुई थी तब गरबा सिर्फ महिलाएं कर सकतीं थीं, जबकि डांडिया डांस महिला और पुरुष दोनों कर सकते थे। हालांकि अब ऐसी कोई पाबंदी नहीं है और महिला और पुरुष दोनों ही गरबा और डांडिया दोनों डांस फॉर्म करते हैं।
 

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