होनहार छात्र और फुटबॉलर से आतंकी बने माजिद ने किया सरेंडर
होनहार छात्र और फुटबॉलर से आतंकी बने माजिद ने किया सरेंडर
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। कश्मीर में युवा ना जाने क्यों आतंकवाद को अपनाने पर उतारू है। अनंतनाग का रहने वाला माजिद खान भी इस लिस्ट में शामिल हो गया था, लेकिन माजिद ने कल रात लगभग 10:30 बजे श्रीनगर में सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया। 20 साल का माजिद खान एक बेहतरीन फुटबॉलर होने के साथ ही सरकारी कॉलेज का होशियार छात्र भी है। उसकी पहचान पूरे इलाके में एक बेहतरीन फुटबॉलर की थी। माजिद के पापा इरशाद अहमद खान एक सरकारी कर्मचारी हैं और जब उन्हें पता लगा कि उनका बेटा अब आतंकी बन चुका है तो उनके होश उड़ गए।
माजिद इरशाद अपने जिले का एक उभरता हुआ फुटबॉल खिलाड़ी था, लेकिन अपने दोस्त की मौत के बाद वो अनंतनाग और उससे सटे इलाकों में लश्कर का स्थानीय पोस्टर ब्वॉय बन गया। जब से वह आतंकी बना है पूरे घर में मातम पसरा हुआ है। पिता इरशाद अहमद खान को जब पता चला कि बेटा आतंकी बन गया है, तो उन्हे हार्ट अटैक आ गया। माजिद के घरवालों का कहना है कि माजिद ने हमें जीते जी मार दिया।
दोस्त की मौत ने बना दिया आतंकी
माजिद का दोस्त यावर निसार इसी साल जुलाई में एक आतंकवादी संगठन से जुड़ गया था, लेकिन 1 महीने बाद ही वो पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। बस इस बात का माजिद को इतना दुख हुआ कि उसने आतंकवादी संगठन ज्वॉइन कर लिया। आतंकवादी बनने के लिए उसने खुद को पहले समाज से दूर कर लिया था। उसने सबसे बात करना बंद कर दिया था।
मां और पिता का बुरा हाल
माजिद की मां को जैसे ही पता चला कि उसका बेटा आतंकी बन गया है उनका रो-रो कर बुरा हाल था। वो बस चाहती है कि उसका बेटा जल्द से जल्द वापस लौट आए। पूरा परिवार इस बात को सुनने के बाद सदमे में चला गया था।
आर्मी ने नौजवानों को वापस लाने का अभियान चलाया है
आपको बता दें घाटी में पिछले कुछ समय से सुरक्षाबलों ने एक अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान के तहत हाल ही में आतंकवादी गुटों में शामिल हुए नौजवानों को वापस लाने का काम किया जा रहा है। सुरक्षाबलों ने कल माजिद को सरेंडर की पेशकश की थी, जिसे उसने मान लिया। हालांकि अभी ये साफ नहीं हुआ है कि माजिद का सरेंडर किन शर्तों के तहत हुआ है।