कौन हैं AAP के राज्यसभा उम्मीदवार, जिन्होंने काटा कुमार विश्वास का पत्ता

कौन हैं AAP के राज्यसभा उम्मीदवार, जिन्होंने काटा कुमार विश्वास का पत्ता

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-04 03:35 GMT
कौन हैं AAP के राज्यसभा उम्मीदवार, जिन्होंने काटा कुमार विश्वास का पत्ता

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की 3 राज्यसभा सीटें इसी महीने खाली होने वालीं हैं और इन पर 16 जनवरी को वोटिंग होनी है। इसके लिए बुधवार को आम आदमी पार्टी की तरफ से उम्मीदवारों के नाम भी घोषित कर दिए गए हैं। पार्टी ने राज्यसभा भेजने के लिए संजय सिंह, नारायण दास गुप्ता और सुशील गुप्ता को चुना है। इससे पहले कुमार विश्वार और आशीष खेतान समेत कई लोगों का नाम भी चर्चा में था, लेकिन इन दोनों का पत्ता काट दिया गया है। इसके बाद कुमार विश्वास ने तो अपनी भड़ास निकाल दी है, लेकिन बाकी लोग चुपचाप इस जहर को पी गए। आइए एक नजर डालते हैं उन तीन नामों पर, जिन पर अरविंद केजरीवाल ने अपना भरोसा दिखाया है।


संजय सिंह : 

 

 

संजय सिंह आम आदमी पार्टी के बड़े नेता हैं और अरविंद केजरीवाल के करीबियों में से एक है। संजय सिंह का आम आदमी पार्टी के फाउंडर मेंबर्स में से एक है। पार्टी के बनने से पहले 2011 में दिल्ली के रामलीला मैदान में चले अन्ना आंदोलन में संजय सिंह उभरकर सामने आए। यही कारण है कि आज वो केजरीवाल के भरोसेमंद लोगों में गिने जाते हैं। संजय सिंह पार्टी के नेशनल स्पोक्सपर्सन भी हैं और उत्तरप्रदेश, बिहार और पंजाब में पार्टी के चुनाव प्रभारी भी रह चुके हैं। संजय सिंह उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर जिले के रहने वाले हैं और सोशल वर्क के कारण सुर्खियों में आए थे। उन्होंने करप्शन के खिलाफ चले आंदोलन में बहुत बड़ा रोल अदा किया है। इसके साथ ही संजय सिंह स्ट्रीट हॉकर्स के लिए भी एक कैंपेन चलाया था। संजय सिंह का नाम पार्टी के पढ़े-लिखे नेताओं में गिना जाता है। उनके पास मेकनिकल इंजनियरिंग की डिग्री है।

नारायण दास गुप्ता : 

 

 

आम आदमी पार्टी के दूसरे राज्यसभा उम्मीदवार हैं नारायण दास गुप्ता। पार्टी के ट्विटर अकाउंट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, नारायण दास गुप्ता अमेरिका के इंटरनेशनल फेडरेशन अकाउंटेंट्स बोर्ड में सिलेक्ट होने वाले पहले इंडियन हैं। उन्होंने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से बी.कॉम किया है और पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। जब 2001 में गुजरात में भूकंप आए थे, तो नारायण दास गुप्ता ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर प्राइम मिनिस्टर नेशनल रिलीफ फंड में 51 लाख रुपए की मदद पहुंचाई थी। इसके अलावा नारायण दास गुप्ता चार्टर्ड अकाउंटेंट एसोसिएशन के चेयरमैन भी रह चुके हैं और कई संस्थाओं से जुड़े रहे हैं। साथ ही गुप्ता नेशनल पेंशन फंड स्कीम एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी के ट्रस्टी भी रह चुके हैं। नारायण दास गुप्ता को इकोनॉमिस्ट माना जाता है और वो इकोनॉमी पर कई किताबें भी लिख चुके हैं।

सुशील गुप्ता : 

 

 

सुशील गुप्ता पार्टी के तीसरे राज्यसभा उम्मीदवार हैं और माना जा रहा है कि इन्हीं की वजह से कुमार विश्वास का पत्ता कटा है। सुशील गुप्ता पहले कांग्रेस के नेता रहे हैं और 2013 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में सुशील गुप्ता ने आप के उम्मीदवार कुलदीन सिंह चन्ना के खिलाफ मोतीनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि उस वक्त सुशील गुप्ता हार गए थे और बीजेपी के सुभाष सचदेव ने जीत दर्ज की थी। कॉलेज के दिनों में सुशील गुप्ता कांग्रेस की स्टूडेंट यूनिट एनएसयूआई के नेता भी रहे हैं और 3 महीने पहले ही उन्होंने कांग्रेस छोड़ आम आदमी पार्टी ज्वॉइन की है। ट्विटर अकाउंट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, सुशील गुप्ता पेशे से डॉक्टर हैं और उन्होंने हेल्थ और एजुकेशन में काफी काम किया है। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली और हरियाणा में कई एजुकेशनल इंस्टीट्यूट भी खोले हैं, जिसमें 15 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं। इसके साथ ही सुशील गुप्ता के 4 बड़े चैरिटी हॉस्पिटल भी चल रहे हैं। 

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