अजमेर दरगाह ब्लास्ट : गुजरात ATS को बड़ी कामयाबी, बम सप्लायर गिरफ्तार

अजमेर दरगाह ब्लास्ट : गुजरात ATS को बड़ी कामयाबी, बम सप्लायर गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-11-25 14:53 GMT
अजमेर दरगाह ब्लास्ट : गुजरात ATS को बड़ी कामयाबी, बम सप्लायर गिरफ्तार
हाईलाइट
  • ATS ने 11 साल से फरार ब्लास्ट के एक आरोपी को भरूच से गिरफ्तार किया।
  • अजमेर दरगाह में हुए बॉम्ब ब्लास्ट (2007) केस में गुजरात ATS को बड़ी कामयाबी मिली है।
  • आरोपी पर अजमेर ब्लास्ट में बम सप्लाई करने का आरोप था।

डिजिटल डेस्क, भरूच। अजमेर दरगाह में हुए बम ब्लास्ट (2007) केस में गुजरात एंटी टेररिज्म स्क्वाड को बड़ी कामयाबी मिली है। ATS ने रविवार को 11 साल से फरार ब्लास्ट के एक आरोपी को भरूच से गिरफ्तार किया। इस आरोपी का नाम सुरेश नायर है और यह खेड़ा जिला के थासरा का रहने वाला है। सुरेश अजमेर ब्लास्ट में बम सप्लाई करने का आरोपी था।

ATS को जानकारी मिली थी कि सुरेश रविवार को भरूच के शुक्ल तीर्थ पहुंचने वाला है। इसी जानकारी का पीछा करते हुए ATS ने उस जगह पर अपना डेरा जमा लिया और कड़ी निगरानी रखनी शुरू कर दी। सुरेश के वहां पहुंचते ही ATS अधिकारियों ने उसे पहचान लिया और उसे धर दबोचा।

ATS ने सुरेश को हिरासत में लेने के बाद उसे लेकर अहमदाबाद पहुंचे और पूछताछ की। जानकारी के अनुसार ATS द्वारा पूछताछ के बाद सुरेश को अजमेर बम ब्लास्ट की जांच कर रही नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को सौंप दिया जाएगा, जो आगे की कार्रवाई संभालेंगे।

NIA इन्वेस्टिगेशन के अनुसार सुरेश ने विस्फोट करने वालों को बम सप्लाई किया था। इतना ही नहीं वह बम लगाते वक्त आतंकियों के साथ वहां मौजूद भी था। बता दें कि 2007 में अजमेर दरगाह में बम ब्लास्ट हुआ था। इस घटना में तीन लोग मारे गए थे, वहीं 17 लोग घायल हो गए थे। NIA ने सुरेश पर 2 लाख रुपए के इनाम की भी घोषणा की थी।

हमले में शामिल तीन आरोपियों में से नायर भी एक था। बाकी दो आरोपी के नाम संदीप डांगे और रामचंद्र हैं। मार्च 2017 में जयपुर के एक स्पेशल NIA कोर्ट ने मुख्य आरोपी कार्यकर्ता स्वामी असीमानंद और छह अन्य लोगों को इस मामले में बरी कर दिया था। वहीं तीन अन्य देवेंद्र गुप्ता, भावेश पटेल और सुनील जोशी को उम्रकैद की सजा दी गई थी। हालांकि इन्हें भी राजस्थान हाईकोर्ट ने बाद में जमानत दे दी थी।

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