25 साल पहले कैलाश विजयवर्गीय ने ACP पर ताना था जूता, तस्वीर वायरल

25 साल पहले कैलाश विजयवर्गीय ने ACP पर ताना था जूता, तस्वीर वायरल

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-28 05:44 GMT
हाईलाइट
  • बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की तस्वीर वायरल
  • साल 1994 में कैलाश विजयवर्गीय ने ACP पर ताना था जूता
  • साल 2019 में विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय निगम अधिकारी की लगाई पिटाई

डिजिटल डेस्क, इंदौर। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय इस समय सुर्खियों में हैं। इंदौर में नगर निगम के कर्मचारियों की बल्ले से पिटाई कर जेल की हवा खा रहे आकाश विजयवर्गीय के पिता भी एक समय कुछ इसी तरह चर्चाओं में आए थे। सोशल मीडिया पर बीते एक-दो दिन से एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें कैलाश विजयवर्गीय इंदौर एएसपी पर जूता ताने दिखाई दे रहे हैं। ये तस्वीर करीब 25 साल पुरानी बताई जा रही है। वायरल फोटो पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। 

दरअसल आज से 25 साल पहले साल 1994 में जब कैलाश विजयवर्गीय इंदौर के महापौर पर थे। तब वह किसी मुद्दे पर प्रदर्शन की इंदौर शहर में अगुवाई कर रहे थे। इस दौरान इंदौर के तत्कालीन एएसपी प्रमोद फड़नीकर से उनकी कहासुनी हो गई थी। जिस पर उन्होंने अधिकारी पर जूता तान दिया था और धमकी दी थी। तब इस बात को लेकर मध्य प्रदेश की राजनीति काफी गरमा गई थी। उस समय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह हुआ करते थे।

बता दें कि बुधवार को बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम के अधिकारी की बल्ले से पिटाई की थी। फिलहाल आकाश विजयवर्गीय 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं। इस मामले में आकाश के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा और मारपीट के आरोप में केस दर्ज किया गया है। आकाश नवंबर 2018 में विधानसभा चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने हैं। इंदौर नगर निगम के भवन निरीक्षक धीरेंद्र बायस (46) ने शहर के एमजी रोड पुलिस थाने में दर्ज करायी रिपोर्ट में कहा कि वह सरकारी दल-बल के साथ खतरनाक रूप से जर्जर मकान को ढहाने पहुंचे थे। इसी दौरान बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय मौके पर पहुंचकर अधिकारी की पिटाई कर दी। 

आकाश के समर्थन में लगाए गए पोस्टर

बीजेपी कार्यकर्ताएओं ने "सलाम आकाश जी" के पोस्टर इंदौर के कुछ हिस्सों में लगाए गए हैं। भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने 26 जून को इंदौर में एक नगर निगम अधिकारी पर हमला किया था। उन्हें इस घटना के संबंध में गिरफ्तार किया गया था और 7 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। 

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